फोटो गैलरी

Hindi Newsकॉलेज लौट सकते हैं काचरू रैगिंग कांड के दोषी

कॉलेज लौट सकते हैं काचरू रैगिंग कांड के दोषी

हिमाचल प्रदेश के एक मेडिकल कॉलेज में अपने एक जूनियर छात्र की रैगिंग के दोषी करार दिए गए चार सीनियर छात्र अब अपनी सजा काटकर दोबारा कॉलेज लौट सकते...

कॉलेज लौट सकते हैं काचरू रैगिंग कांड के दोषी
Thu, 23 Aug 2012 02:09 PM
ऐप पर पढ़ें

हिमाचल प्रदेश के एक मेडिकल कॉलेज में अपने एक जूनियर छात्र की रैगिंग के दोषी करार दिए गए चार सीनियर छात्र अब अपनी सजा काटकर दोबारा कॉलेज लौट सकते हैं। रैगिंग के इस मामले में पीड़ित छात्र अमन काचरू की मौत हो गई थी।

काचरू की मौत के बाद इन चारों युवकों को चार साल के सश्रम कारावास की सजा मिली थी, जिसे राज्य सरकार ने 15 अगस्त को समाप्त कर दिया। इन चारों की सजा समाप्त होने में सात महीने शेष थे।

अजय वर्मा, नवीन वर्मा, अभिनव वर्मा और मुकुल शर्मा नाम के इन चारों छात्रों को फिर से टांडा स्थित राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में इस सत्र में दाखिला में मिल सकता है।

इन चारों को 8 मार्च, 2009 को काचरू की मौत का दोषी माना गया था। इस घटना के बाद कॉलेज प्रशासन ने इन चारों को दो साल के लिए निलम्बित कर दिया था।

आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि इन चारों ने शिमला के हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से सम्पर्क कर दोबारा से पढ़ाई शुरू करने की इच्छा जाहिर की है। राजेंद्र मेडिकर कॉलेज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से सम्बद्ध है।

विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि दो साल के बाद इन चारों के निलम्बन पर पुनर्विचार होना था। ऐसे में चारों ने विश्वविद्यालय से सम्पर्क किया। हम इस बारे में कानूनी सलाह ले रहे हैं।

कालेज के प्राधानाचार्य अनिल चौहान ने गुरुवार को कहा कि विश्वविद्यालय के पास इन चारों को अपना कोर्स पूरा करने की अनुमति देने का अधिकार है।

उन्होंने कहा कि इन चारों को दो साल के लिए निष्कासित किया गया था। अब यह अवधि पूरी हो चुकी है। अब से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से सम्पर्क कर सकते हैं।

''चूंकी हमारे कॉलेज के नियम हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से निर्धारित होते हैं, लिहाजा विश्वविद्यालय उनके पुर्नप्रवेश पर विचार कर सकता है। मेरी समझ से इन चारों को दोबारा मौका देने में कोई हर्ज नहीं है।''

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें