परियोजनाओं को आगे बढ़ाने में सबसे पीछे गुजरात
देश में जिन परियोजनाओं की घोषणा हो रही है उनमें से लगभग आधी (43 प्रतिशत) पर काम शुरू ही नहीं हो पा रहा और इस मामले में सबसे खराब प्रदर्शन गुजरात का...
देश में जिन परियोजनाओं की घोषणा हो रही है उनमें से लगभग आधी (43 प्रतिशत) पर काम शुरू ही नहीं हो पा रहा और इस मामले में सबसे खराब प्रदर्शन गुजरात का है। उद्योग मंडल एसोचैम ने मार्च तक के अपने एक अध्ययन में यह निष्कर्ष निकाला है। इसके अनुसार देश में कुल मिलाकर 52 लाख करोड़ रुपये मूल्य की निवेश परियोजनाओं में से 43 प्रतिशत तो मार्च तक शुरू ही नहीं हो पाई है।
एसोचैम की रपट में कहा गया है, कार्यान्वयन दर के हिसाब से गुजरात सबसे निचले पायदान पर है क्योंकि कुल निवेश परियोजनाओं में से आधी से अधिक तो शुरू ही नहीं हो पाई जबकि लगभग 46 प्रतिशत ही कार्यान्वयन के चरण में हैं।
वहीं हरियाणा में निवेश परियोजना कार्यान्वयन दर सबसे अधिक आंकी गई है। वहां 82 प्रतिशत से अधिक निवेश परियोजनाओं पर काम चल रहा है। एसोचैम के विश्लेषण के अनुसार जम्मू कश्मीर में यह दर 81.4 प्रतिशत, पंजाब में 79 प्रतिशत, असम में 72 प्रतिशत व छत्तीसगढ़ में 69 प्रतिशत है। यह कार्यान्वयन की दर से सबसे प्रभावी पांच राज्यों में हैं।
रपट के अनुसार इस निवेश में से 34 प्रतिशत से अधिक तो घोषणा के स्तर पर ही अटक गई हैं। एसोचैम के महासचिव डीएस रावत ने इसे निराश करने वाला तथ्य बताया है।