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पाक पर परमाणु हमला करना चाहता था भारत: नवाज

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि भारत पाकिस्तान पर कई बार हमले कर सकता था, लेकिन पाकिस्तान के परमाणु संपन्न देश होने की वजह से वह ऐसा करने की हिम्मत नहीं जुटा...

पाक पर परमाणु हमला करना चाहता था भारत: नवाज
Tue, 29 May 2012 04:16 PM
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि पाक के परमाणु शस्त्रों ने भारत को उस पर हमले करने से रोका है और देश की सुरक्षा को अभेद्य बनाया है।
   
मुख्य विपक्षी दल पीएमएल एन पार्टी के अध्यक्ष शरीफ ने कहा भारत पाकिस्तान पर कई बार हमले कर सकता था, लेकिन पाकिस्तान के परमाणु संपन्न देश होने की वजह से वह ऐसा करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया।
   
पाकिस्तान 1998 में कई परमाणु परीक्षण करने के बाद परमाणु शक्ति के तौर पर उभरा और उस समय शरीफ प्रधानमंत्री थे। देश के परमाणु परीक्षणों की सालगिरह पर एकत्र लोगों को शरीफ ने अपने संबोधन में कहा कि उनके कार्यकाल में किए गए परमाणु परीक्षणों से पाकिस्तान की सुरक्षा अभेद्य हो गई।
   
उन्होंने कहा कि तब से यह क्षमता दुश्मनों को पाकिस्तान पर बुरी नजर डालने से रोकती रही है। शरीफ ने कहा कि जब मई 1998 में भारत ने परमाणु परीक्षण किया तब वह कजाकिस्‍न के आधिकारिक दौरे पर थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने तत्काल फैसला किया कि पाकिस्तान परमाणु परीक्षण करेगा।
   
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को अपने सफल परमाणु परीक्षण करने में 17 दिन लगे और उसने 28 मई 1998 को यह कर दिखाया। शरीफ ने कहा कि उन्होंने 15 अरब रुपये का आर्थिक सहायता पैकेज ठुकरा दिया और परमाणु परीक्षण जारी रखने का फैसला किया।
   
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि परमाणु बम का परीक्षण आसान नहीं था और मैंने 17 दिन इंतजार किया। उन्होंने कहा कि इन परीक्षणों से पाकिस्तान की सुरक्षा मजबूत हुई।
   
शरीफ ने कहा मुझसे कहा गया कि अगर मैंने भारतीय परमाणु परीक्षणों का मुंह तोड़ जवाब दिया तो मुझे विस्फोट से उड़ा दिया जाएगा। मैंने परीक्षण किए और देश ने मुझे नहीं उड़ाया लेकिन (पूर्व सैन्य शासक परवेज) मुशर्रफ ने मेरी सरकार को उड़ा दिया।
   
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि मुशर्रफ ने 2008 में जब पद छोड़ने का फैसला किया था तब राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने उन्हें क्षतिपूर्ति राशि देने के बारे में मुझसे चर्चा की थी।
   
उन्होंने कहा कि तब जरदारी ने राष्ट्रपति बनने में दिलचस्पी नहीं दिखाई थी लेकिन छल से उन्होंने यह पद हासिल कर लिया। शरीफ ने कहा जब वह राष्ट्रपति बने तो मैं और पाकिस्तान की जनता आश्चर्यचकित रह गए। उन्होंने कहा कि पीएमएल एन ने राष्ट्रपति बनने के लिए जरदारी को वोट नहीं दिया था।
   
सभा का आयोजन नजरिया-ए-पाकिस्तान ट्रस्ट ने किया था जिसके अध्यक्ष द नेशन अखबार के प्रधान संपादक मजीद निजामी हैं। निजामी ने कहा कि परमाणु परीक्षणों ने उस खतरे को खामोश कर दिया जो उसके धुर शत्रु भारत ने 1998 में अपने परमाणु परीक्षणों के तत्काल बाद उत्पन्न किया था।

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