कम समय में मोटापा घटाने की तकनीक लाइपोसक्शन
अनियमित दिनचर्या और खान-पान के कारण दिन-ब-दिन मोटापा लोगों के लिए एक गंभीर समस्या बनकर सामने आ रहा है। लेकिन अब विज्ञान ने इसके उपचार को आसान बना दिया...
अनियमित दिनचर्या और खान-पान के कारण दिन-ब-दिन मोटापा लोगों के लिए एक गंभीर समस्या बनकर सामने आ रहा है। लेकिन अब विज्ञान ने इसके उपचार को आसान बना दिया है। बता रही हैं मृदुला भारद्वाज
घर और ऑफिस के बीच खुद की देखभाल के लिए हमारे पास समय ही नहीं बचता है। जो मिल गया बस खा लिया। हम ये भी नहीं देखते कि इस तरह के खाने से हमारे शरीर पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। इस जो भी खाने को मिल जाए के चक्कर में हम अधिकतर स्नैक्स और फास्ट फूड ही खाते हैं। और यही खाना हमारे मोटापे की वजह बन जाता है। मोटापे को कम करने की कवायद करते हैं और इसके लिए हम डायटिंग का सहारा लेते हैं क्योंकि व्यायाम का समय तो हमारे पास होता नहीं है। इस कारण आजकल लोग इससे भी तुरंत मुक्ति चाहते हैं। इसी के लिए आई है नई तकनीक जिसका नाम है- लाइपोसक्शन। आम से खास तक, हर कोई इसका लाभ उठाने में लगा है।
लाइपोसक्शन क्या है
कॉस्मेटिक सजर्री की एक तकनीक है लाइपोसक्शन। इस तकनीक के जरिए शरीर के विभिन्न हिस्सों से अतिरिक्त वसा को बाहर निकाल कर शरीर सुडौल और आकर्षक बनाया जाता है। इस तकनीक में शरीर में छिपे हुए स्थानों में छोटे छिद्र बनाकर विशेष उपकरणों की सहायता से अतिरिक्त वसा को बाहर निकाला जाता है। इस प्रक्रिया में लगने वाला समय इस बात पर निर्भर करता है कि शरीर में कितनी वसा है।
कहां हो सकता है इसका इस्तेमाल
लाइपोसक्शन तकनीक का प्रयोग मुख्यत: पेट, कूल्हे, जांघों, बांहों, गर्दन, चेहरे और वक्ष पर किया जाता है। पुरुष और महिलाएं दोनों ही इस तकनीक का इस्तेमाल अपनी बॉडी को शेपअप करने के लिए करवाते हैं। इसकी सहायता से एक ही ऑपरेशन के जरिए शरीर के कई हिस्सों से वसा को निकाला जाता है।
पूर्व जानकारी है जरूरी
यदि आप लाइपोसक्शन उपचार करवाने जा रहे हैं तो इसके लिए आपको किसी अच्छे प्लास्टिक शल्य चिकित्सक के पास ही जाना चाहिए। चूंकि ये एक शल्य चिकित्सा ही है तो ये जरूरी है कि किसी अनुभवी शल्य चिकित्सक से ही यह इलाज करवाया जाए। सबसे पहले आप चिकित्सक से सलाह और पूरी जानकारी लें कि ये उपचार आपके शरीर के लिए सही भी है या नहीं। ये भी जान लें कि ये तकनीक कितनी सुरक्षित है, आप पर कितनी सफल होगी, उपचार करवाने से पहले और बाद में आपको किन समस्याओं को सामना करना पड़ सकता है।
लाइपोसक्शन उपचार
उपचार से पहले खून की जांच की जाती है। ये एक शल्य चिकित्सा है तो ब्लडप्रेशर, शुगर आदि सभी की जांच की जाती है ताकि आपको ऑपरेशन के दौरान या बाद में कोई परेशानी न हो। इसमें किसी भी तरह के टांके नहीं आते।
शल्य चिकित्सा के बाद
शल्य चिकित्सा के बाद छिद्रों से कुछ रिसाव हो सकता है, उससे परेशान होने की जरूरत नहीं है। कई बार सूजन और दर्द की शिकायत भी हो सकती है। जो कुछ समय बाद ठीक हो जाती है।
अल्ट्रा लाइपोसेनिक उपचार
अब बिना शल्य चिकित्सा, कम तकलीफ और कम समय में भी आप अपनी अतिरिक्त चर्बी घटा सकते हैं। अब आप बिना अस्पताल में भर्ती हुए अपने बेडौल शरीर को सुडौल बना सकते हैं। अल्ट्रा लाइपोसेनिक एक बॉडी शेपिंग उपचार है, जो आपके शरीर पर जमा चर्बी को हटा सकती है। इस उपचार में ध्वनि तरंगों से फेट सेल्स को तोड़ा जाता है। इसके बाद टूटे हुए सेल्स को लिंफाटिक ड्रेनेज मशीन द्वारा रक्त प्रवाह प्रणाली में लाकर सुरक्षित तौर पर लिवर के द्वारा बाहर निकाला जाता है। इस प्रक्रिया में न ही कोई शल्य चिकित्सा होती है और न ही दर्द होता है।