परिवार का प्यार रहेगा बरकरार
संयुक्त परिवार की जगह एकल परिवार ने ले ली है। लोग अपनी जिंदगी, अपने लक्ष्य, अपने प्रोफेशन में रमते जा रहे...
संयुक्त परिवार की जगह एकल परिवार ने ले ली है। लोग अपनी जिंदगी, अपने लक्ष्य, अपने प्रोफेशन में रमते जा रहे हैं। पर आज भी परिवार की एकता और परवरिश के महत्व को लेकर पूरी दुनिया में शोध हो रहे हैं। 15 मई को विश्व परिवार दिवस है। कैसे आप अपने रिश्ते की मजबूती को बरकरार रखें, बता रही हैं प्रीति सेठ
बच्चे का स्कूल, घर आने के बाद की जिम्मेदारी, बच्चे के स्कूल से जुड़ी जिम्मेदारी, खेल, ट्य़ूशन और न जाने कितनी जिम्मेदारी आज के कामकाजी अभिभावक के जिम्मे हैं। परिवार के साथ वक्त बिताने का न मौका मिल पाता है और न ही समय। ऐसे में कुछ उपायों को अपनाकर न सिर्फ आप परिवार के सदस्यों के बीच के रिश्ते को मजबूत कर सकती हैं, बल्कि अपनी खुशियां भी बढ़ सकती हैं।
एक वक्त का खाना, साथ-साथ
दिन में एक साथ खाना खाना संभव नहीं है, लेकिन रात का डिनर सभी एक साथ बैठ कर करें। यही वह समय है जब आप बिना समय की चिंता के परिवार को समय दे सकती हैं। ध्यान रहे कि इस समय किसी प्रकार का व्यवधान न हो, जैसे टीवी, फोन या ऑफिस के काम का दबाव आदि। खाना खाते हुए पूरा परिवार अपनी दिन भर की अच्छी-बुरी सभी बातें शेयर कर सकता है।
साथ घूमने जाएं
हर सप्ताह नहीं, तो महीने में एक वीकएंड ऐसा रखें, जिसमें पूरा परिवार साथ समय बिताए। खूब मस्ती हो, रचनात्मक खेल हों, खूब सारी हंसी-ठिठोली हो। देखिएगा कि यह समय परिवार के सदस्यों को एक-दूसरे के करीब लाने में सहयोग करेगा।
बच्चे की मदद करें
कभी-कभी नहीं, नियम से बच्चे की होमवर्क में मदद करें। इससे न केवल उसे निकटता का एहसास होगा, बल्कि आपको भी बच्चे की कार्यशैली का पता चलेगा। उसकी योग्यता व कमियां, दोनों को आप जान पाएंगी। आपका सहयोग उसकी हिम्मत और ताकत दोनों बढ़ाएगा।
समय निकालें
घर के छोटे-बड़े हर सदस्य के खास दिन पर समय जरूर निकालें, जिससे पूरा परिवार एक साथ समय बिता सके। खुशियों के ये पल हमेशा याद रहते हैं। अपनी दिनचर्या में परिवार को प्राथमिकता और समय दें। पारिवारिक मीटिंग जरूर रखें जिससे एक-दूसरे की आवश्यकताएं और दिक्कतें समझ पाएं।
सेवा और सहयोग करें
अपने बच्चे में सहज मानवीय गुणों को भरने की कोशिश करें। घर के बड़ों के प्रति उसे आदर और उदारता दोनों सिखाएं। उसे आस-पास के लोगों और जरूरतमंदों की मदद की ओर प्रेरित करें। इससे उसके अंदर अच्छी भावनाएं तो विकसित होंगी ही, साथ ही वह एक सामाजिक प्राणी बनेगा।
मिलनसार बनें और बनाएं
बच्चे को सामाजिक और मिलनसार बनाने के लिए आपको भी ऐसा बनना होगा। वीकएंड पर उसे लेकर कहीं किसी रिश्तेदार या मित्र के यहां ले जाइए। इससे उसका नजरिया विकसित होगा। वह अपने आप में रहने की बजाय दुनियादारी भी सीखेगा। उसे बताइए कि आप दूसरों से संबंध बना कर रखेंगे, तभी दूसरे जरूरत पड़ने पर आपके साथ खडे़ होंगे।
रिश्तों पर जमी बर्फ हटाएं
यह जरूरी नहीं कि परिवार का हर सदस्य आपको अच्छा लगे। कभी-कभी किसी से बिना कारण भी नहीं बन पाती। फिर भी कोशिश कीजिए कि थोड़ी-थोड़ी बातचीत सहज तरीके से हो सके। इससे संबंध बेहतर ही होंगे। बेहतर नहीं, तो सामान्य तो रखने की कोशिश करें। पूर्वाग्रह से ग्रस्त न रहें। अपने लिए भी समय जरूर निकालें, वरना मशीन बन कर रह जाएंगी।