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सहवाग ने माना, मोर्कल की कमी खली

दिल्ली डेयरडेविल्स ने अब तक के सबसे सफल गेंदबाज मोर्ने मोर्कल को सबसे महत्वपूर्ण मैच में बाहर कर दिया और बाद में कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने स्वीकार किया कि टीम को इस दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज की कमी...

सहवाग ने माना, मोर्कल की कमी खली
Sat, 26 May 2012 12:58 PM
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दिल्ली डेयरडेविल्स ने आईपीएल के अब तक के सबसे सफल गेंदबाज मोर्ने मोर्कल को सबसे महत्वपूर्ण मैच में बाहर कर दिया और बाद में कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने स्वीकार किया कि टीम को इस दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज की कमी खली।

मोर्कल की अनुपस्थिति में चेन्नई की टीम मुरली विजय के शतक से पांच विकेट पर 222 रन का विशाल स्कोर खड़ा कर गयी और आखिर में कल 86 रन से जीत दर्ज करके फाइनल में पहुंची।

सहवाग ने मैच के बाद कहा कि इरफान पठान के चोटिल होने के कारण उन्हें टीम का संतुलन बनाने के लिए मोर्कल को बाहर करना पड़ा। उन्होंने हां हमें मोर्कल की कमी खली। दुर्भाग्य से इरफान चोटिल हो गया जिसके कारण हमें टीम का संतुलन बनाने के लिए यह कड़ा फैसला करना पड़ा।

डेयरडेविल्स के कप्तान ने हालांकि विजय की भी तारीफ की जिन्होंने तूफानी शतकीय पारी खेली। सहवाग ने कहा कि जिस तरह से विजय खेला उससे हम मैच हार गए। उनकी बल्लेबाजी लाइन अप बहुत अच्छी है और उन्होंने हमसे मैच छीन लिया। इस पिच पर 180 रन का लक्ष्य हासिल किया जा सकता था लेकिन बाकी 40 रन तक पहुंचना मुश्किल था।

सहवाग ने हालांकि अपने खिलाड़ियों की तारीफ की जिनके कारण टीम लीग चरण में अंकतालिका में शीर्ष पर रही थी। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास नहीं था कि प्ले ऑफ में ऐसा होगा लेकिन मुझे अपने खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ पर गर्व है जिनके कारण हम लीग चरण में शीर्ष पर रहे। हम अब चैंपियन्स लीग में अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे।

चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने भी विजय की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि विजय और माइकल हस्सी ने हमें अच्छी शुरुआत दी। सुरेश रैना को अच्छी तरह से हिटिंग करते हुए देखना अच्छा लगा। आखिर में डवेन ब्रावो ने कमाल किया।

धौनी ने कहा कि 222 रन का स्कोर काफी बड़ा था लेकिन दिल्ली की बल्लेबाजी मजबूत थी इसलिए जीत तय मान लेना ठीक नहीं होता। उन्होंने कहा कि उनकी बल्लेबाजी लाइन अप काफी अच्छी है लेकिन लक्ष्य हासिल करना आसान नहीं था।

विजय को उनकी 113 रन की पारी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने कहा कि वह चेन्नई के विकेट की प्रकति से वाकिफ हैं और इसलिए उन्होंने सीधे हिट करने का फैसला किया था। आईपीएल में दो शतक जड़ने वाले पहले भारतीय बने विजय ने कहा कि मुझे छठे ओवर के बाद लगा कि विकेट धीमा खेल रहा है और इसके बाद मैंने आखिर तक टिके रहने का फैसला किया। मैं भाग्यशाली भी रहा।

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