नसीहत देने के बजाय सरकार अपनी जवाबदेही तय करे: भाजपा
कोयला ब्लॉक आवंटन में घोटाले के मुद्दे पर संसद को नही चलने दे रही भाजपा ने मंगलवार को कहा कि उसे अपनी जिम्मेदारी का पूरा एहसास है और इसके लिए सरकार से नसीहत की जरूरत नही...
कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित घोटाले के मुद्दे पर संसद को नही चलने दे रही भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को कहा कि उसे अपनी जिम्मेदारी का पूरा एहसास है और इसके लिए सरकार से नसीहत की जरूरत नही है। अलबत्ता वह इस घोटाले के लिए अपनी जवाबदेही सुनिश्चित करे।
कोयला ब्लॉक घोटाले के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे और उनकी सरकार द्वारा दिए गए सारे कोयला ब्लॉक का आवंटन रद्द करने की मांग कर रही भाजपा के महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि संसद के प्रति अपनी जिम्मेदारी का भाजपा को पूरा एहसास है, अलबत्ता सरकार इस घोटाले पर अपनी जवाबदेही तय करे।
उन्होंने कहा कि जिम्मेदार विपक्ष के नाते हम नही चाहते कि संसद में महज एक दिन चर्चा करके पूरे मामले को रफा दफा हो जाने दें। उन्होंने कहा कि चर्चा ससंद का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन इसके साथ जवाबदेही भी उतनी ही जरूरी है।
प्रसाद ने कहा कि वर्ष 2010 के दिसंबर में 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के कारण संसद के एक पूरे सत्र में कोई कामकाज नहीं हो पाया था। लेकिन इसी विरोध के चलते संचार मंत्री ए राजा को इस्तीफा देना पडा।
आपराधिक मामले के लिए चार्जशीट दाखिल हुई। जेपीसी गठित हुई। 3जी स्पेक्ट्रम की नीलामी हुई और अब 2जी की नीलामी होगीं। जिससे सरकारी खजाने को जो नुकसान हुआ था उसकी भरपाई हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि नीलामी के जरिए कोयला ब्लॉक के आवंटन नहीं होने से सरकारी खजाने को एक लाख 81 हजार करोड रुपये की चपत लगने के लिए प्रधानमंत्री सीधे तौर पर जिम्मेदार है। इसलिए उनको पहले इस्तीफा देना चाहिए।