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कनाडा के वैज्ञानिकों पर लगा रोगाणुओं की तस्करी का आरोप

कनाडियाई संघीय पुलिस ने दो पूर्व सरकारी वैज्ञानिकों पर आरोप लगाया है कि वे खतरनाक और बेहद संक्रामक रोगाणुओं की तस्करी में शामिल रहे...

कनाडा के वैज्ञानिकों पर लगा रोगाणुओं की तस्करी का आरोप
Thu, 04 Apr 2013 11:24 AM
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कनाडियाई संघीय पुलिस ने दो पूर्व सरकारी वैज्ञानिकों पर आरोप लगाया है कि वे खतरनाक और बेहद संक्रामक रोगाणुओं की तस्करी में शामिल रहे हैं।
     
कनाडियाई खाद्य जांच एजेंसी (सीएफआईए) में अनुसंधानकर्ता रह चुके क्लॉस नीलसन और वी लिंग यू पर आरोप है कि उन्होंने हानिकारक रोगाणुओं को चीन निर्यात करने की कोशिश की। ये रोगाणु इंसानों और जानवरों को संक्रमित कर सकते हैं।
    
नीलसन को बीते अक्टूबर माह में उस समय गिरफ्तार किया गया था जब वह जीवित ब्रुसेला जीवाणु की 17 शीशियां लेकर ओटावा हवाई अड्डे पर जा रहा था। यह जीवाणु गायों के जननांग, जोड़, स्तन ग्रंथियों को संक्रमित करने के साथ-साथ जनन क्षमता को प्रभावित भी कर सकते हैं।
    
इसका प्रभाव मवेशियों, हिरणों और घोड़ों पर पड़ता है लेकिन इसे इंसानों में भी पहुंचाया जा सकता है। इससे उनमें बुखार जैसे लक्षण पैदा हो जाते हैं। इसके इलाज के लिए कोई टीका नहीं बना है और इसे फैलने से रोकने का एक ही तरीका है कि संक्रमित जानवरों को मार दिया जाए।
     
नीलसन को वर्ष 2006 में काफी सराहा गया था, क्योंकि उन्होंने एक ऐसा परीक्षण विकसित किया था, जिसकी मदद से मवेशियों में ब्रूसेलोसिस की पहचान जल्दी की जा सकती थी। कनाडियाई पुलिस ने कहा कि नीलसन और यू कथित रूप से सीएफआईए व एक निजी व्यवसायिक साझेदार की बौद्धिक संपदा का अवैध व्यवसायीकरण करने की कोशिश कर रहे थे।
    
इस परीक्षण को फिलहाल अमेरिकी कंपनी डायाकेमिक्स बनाती है। नीलसन को 17 अप्रैल के दिन ओटावा अदालत में पेश होना है। यहां उन्हें विश्वास को तोड़ने, निर्यात अनुमति हासिल करने में विफल रहने, खतरनाक चीजों के परिवहन और कनाडा के मानवीय रोगाणु एवं विषैले तत्व कानून के उल्लंघन के आरोपों का सामना करना है।
    
यू के खिलाफ भी एक वारंट जारी किया जा चुका है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि वह देश छोड़कर जा चुकी है।

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