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शतप्रतिशत अंक हासिल करने का लक्ष्य रखें

बारहवीं में हिंदी, अंग्रेजी, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र और इतिहास विषय हैं। मुझे किस तरह का करियर बनाने पर विचार करना...

शतप्रतिशत अंक हासिल करने का लक्ष्य रखें
Tue, 13 Aug 2013 11:38 AM
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बारहवीं में हिंदी, अंग्रेजी, राजनीति विज्ञान, अर्थशास्त्र और इतिहास विषय हैं। मुझे किस तरह का करियर बनाने पर विचार करना चाहिए?

फिलहाल तो आपको बारहवीं क्लास अत्यंत अच्छे अंकों के साथ पास करने पर ही अपना समय और ध्यान पूरी तरह से फोकस करना चाहिए। इसके बाद आपके समक्ष दिल्ली यूनिवर्सिटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में इन्हीं विषयों के ग्रेजुएशन स्तर के ऑनर्स कोर्स करने के विकल्प हो सकते हैं अथवा मास मीडिया, लॉ जैसे कोर्सेज में एंट्रेंस एग्जाम देकर एडमिशन लेने का भी विकल्प हो सकता है। असल में यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि बारहवीं बोर्ड में आप कैसा प्रदर्शन करते हैं। यहां हम आपको बता दें कि किसी भी विषय या विधा के एक्सपर्ट्स के लिए करियर संभावनाओं की कभी कमी नहीं होती।

मैं बारहवीं में साइंस स्ट्रीम का छात्र हूं। कृपया बताएं कि कैमिस्ट्री में 90 प्रतिशत से अधिक अंक लाने के लिए मुझे किस तरह से तैयारी करनी चाहिए?

आपको शत-प्रतिशत अंक हासिल करने का ही लक्ष्य रखना चाहिए और फिर इसी रणनीति के अनुसार आपको तैयारी करनी चाहिए। बोर्ड में इतने अंक लाने अब कोई नामुमकिन नहीं हैं। इसके लिए आपको एनसीईआरटी की टैक्स्ट बुक्स पर समूचा ध्यान केन्द्रित करना चाहिए और इसमें निहित एक-एक शब्द के बारे में पता होना चाहिए। नोट्स इसी से तैयार करें।

प्रश्न-उत्तर लिख कर अपने स्कूल के टीचर को समय-समय पर दिखाने की आदत बना लें। साथ ही उनके द्वारा चिह्न्ति गलतियों के अनुसार दोबारा उत्तरों या टॉपिक्स को लिखें। भरसक प्रयास करें कि निर्धारित शब्द-सीमा में ही आप सभी बिन्दुओं को शामिल कर सकें। हेल्प बुक्स का इस्तेमाल टैक्स्ट बुक का पर्याय नहीं बन सकता, इस बात को कतई न भूलें। अधिक से अधिक सैम्पल पेपर्स और बोर्ड के पिछले पेपर्स हल करने की प्रैक्टिस एग्जाम के समय तक जारी रखें।

गत वर्ष बिहार बोर्ड से बारहवीं कक्षा विज्ञान विषयों में 79 प्रतिशत अंकों सहित पास की है। अब लाइफ साइंस में शोध के क्षेत्र में करियर बनाना चाहती हूं। इस बारे में सलाह दें।

आपको बॉटनी, जूलोजी अथवा एग्रीकल्चर साइंस आधारित बीएससी स्तर के किसी कोर्स में तुरंत एडमिशन ले लेना चाहिए। इसके बाद एमएससी और पीएचडी करने के बाद आप रिसर्च कार्यकलापों से जुड़ी संस्थाओं में भविष्य बनाने के बारे में सोच सकती हैं। देश में सरकारी स्तर पर इस तरह के रिसर्च संबंधित कार्य यूनिवर्सिटीज और डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी से सम्बद्ध संस्थानों में चल रहे हैं। एग्रीकल्चर और फॉरेस्ट्री क्षेत्र में भी ऐसे रिसर्च संस्थान कम नहीं हैं। निजी क्षेत्र की कम्पनियां और संस्थानों द्वारा भी ऐसे कार्यों पर अब काफी निवेश किया जा रहा है। इन सबके अलावा विदेशों में ऐसे ट्रेंड लोगों की डिमांड कम नहीं है।
इसरो या इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन में किस तरह की जॉब्स मिल सकती हैं। मैंने फिजिक्स, स्टेटिस्टिक्स और मैथ्स से ग्रेजुएशन पूरी की है।

इसरो में मुख्य रूप से साइंटिस्ट्स और इजीनियरों की नियुक्तियां होती हैं। इन पदों के लिए पीएचडी अथवा बीटेक सरीखी डिग्रियां जरूरी हैं। इनके अलावा जूनियर रिसर्च फैलो (जेआरएफ) और रिसर्च एसोसियेट्स (आरए) के पदों पर कौन्ट्रेक्चुअल आधार पर नियुक्तियां भी की जाती हैं, लेकिन इनके लिए भी मास्टर्स अथवा पीएचडी की डिग्रियों के बिना आवेदन स्वीकार नहीं किया जाता। इसलिए आपके लिए यह जरूरी हो जाता है कि आप इसरो की वेबसाइट में निहित इस तरह की जानकारियां हासिल कर उपयुक्त मास्टर्स डिग्री स्तर के कोर्स में एडमिशन लेकर समय रहते अपनी शैक्षणिक योग्यता में सुधार करें।

एमएससी (माइक्रोबायोलॉजी) की डिग्री हासिल कर चुकी हूं। इस विषय में आगे किस तरह के अवसर हो सकते हैं?
माइक्रोबायोलॉजी का कार्यक्षेत्र दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहा है। फार्मेसी, एग्रीकल्चर और विभिन्न इंडस्ट्री में माइक्रोबायोलॉजी का इस्तेमाल विविध रूपों में देखा जा सकता है।

रिसर्च एंड डेवलपमेंट विभागों में ऐसे ट्रेंड लोगों की मांग बढ़नी स्वाभाविक है। इसके अलावा बायोटेक्नोलॉजी और मेडिकल डायग्नॉस्टिक टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भी अवसर तलाशे जा सकते हैं।

हिंदी, समाजशास्त्र और मनोविज्ञान विषयों सहित ग्रेजुएशन कर रहा हूं। आईएएस एग्जाम के लिए मुझे किस तरह से तैयारी करनी चाहिए?

सबसे पहले तो आप आईएएस के एग्जाम के पैटर्न को समझने के लिए यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन की वेबसाइट www.upsc.gov.in देखें। प्रिलिमिनरी और मेन एग्जाम के पेपर्स के विषयों के बारे में सम्पूर्ण जानकारियां लेकर आप विषयों का चयन अभी से करते हुए सिलेबस के अनुसार तैयारी शुरू कर सकते हैं। इसका प्रिलिमिनरी एग्जाम 400 अंकों का होता है और इसमें 200-200 अंकों के दो पेपर्स होते हैं, जिनमें ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न पूछे जाते हैं। इसमें नेगेटिव मार्किंग का भी प्रावधान होता है। मेन एग्जाम में कुल 1750 अंकों के 9 पेपर्स होते हैं, जिनमें अंग्रेजी, किसी एक भारतीय भाषा, निबंध, जनरल स्टडीज और किसी एक वैकल्पिक विषय पर आधारित पेपर्स शामिल होंगे। इसमें सफल उम्मीदवारों को साक्षात्कार में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाता है और इसके कुल 275 अंक होते हैं।

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