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दर्शकों की बेरुखी से चेन्नई से छिना आईपीएल फाइनल

चेन्नई में आईपीएल मैचों के दौरान खाली पड़ी दर्शक दीर्घाओं के मद्देनजर बीसीसीआई आईपीएल का फाइनल किसी और शहर में आयोजित करने पर विचार कर रहा...

दर्शकों की बेरुखी से चेन्नई से छिना आईपीएल फाइनल
Tue, 08 May 2012 04:50 PM
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चेन्नई में आईपीएल मैचों के दौरान खाली पड़ी दर्शक दीर्घाओं के मद्देनजर बीसीसीआई आईपीएल का फाइनल किसी और शहर में आयोजित करने पर विचार कर रहा है।

बाकी शहरों में काफी तादाद में दर्शक जुट रहे हैं लेकिन चेन्नई में मैचों के दौरान करीब 12000 सीटें खाली पड़ी रहती हैं क्योंकि शहर के योजना विभाग से उनके इस्तेमाल की मंजूरी नहीं मिल सकी है।

तीन दीर्घाओं जी, एच और आई में चार-चार हजार सीटे हैं जो पिछले साल भारत और वेस्टइंडीज के बीच वनडे और उसके बाद चैम्पियंस लीग टी20 टूर्नामेंट में भी खाली थी।

बीसीसीआई का कोई अधिकारी इस बारे में खुलकर बोलना नहीं चाहता लेकिन 25 मई को होने वाला एलिमिनेटर और 27 मई का फाइनल चेन्नई से बाहर खेला जा सकता है।

बोर्ड के एक आला अधिकारी ने कहा, हमने इस साल आईपीएल के दौरान भारी भीड़ देखी है। यदि फाइनल खाली स्टेडियम में खेला जाता है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण होगा लिहाजा चेन्नई से बाहर इसे कराने की संभावना पर विचार किया जा सकता है।

चार दशक पुराने चेपक स्टेडियम को नये सिरे से तैयार करने के लिये पुरानी दीर्घायें तोड़ी गई है। अक्टूबर के बाद से ये दीर्घायें बंद पड़ी है। चेन्नई नगर निगम ने इन पर ताले लगा दिये हैं। पहले आईपीएल अधिकारियों को बताया गया था कि तमिलनाडु क्रिकेट संघ को पहले कुछ मैचों के बाद इन तीन दीर्घाओं के लिये अनुमति मिल जायेगी लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ।

वैकल्पिक मेजबान के तौर पर बीसीसीआई मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम, वानखेड़े स्टेडियम, दिल्ली के फिरोजशाह कोटला और पुणे, कोलकाता तथा बेंगलुरु में से एक को चुनेगा। इस बारे में पूछने पर आईपीएल अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि जहां तक मेरा सवाल है, मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है।

टीएनसीए के सचिव काशी विश्वनाथ ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं क्या कह सकता हूं। मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। यदि प्रशासनिक कारणों से दीर्घायें खाली पड़ी रहती है तो बोर्ड को प्रति मैच दो करोड़ रुपये का नुकसान होगा।

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