दूध के इतने सारे फायदे आपने पहले कभी नहीं सुने होंगे
कैल्शियम : इस पोषक तत्व की वजह से हमारी हड्डियां और दांत मजबूत होते हैं। प्रोटीन : यह एनर्जी का एक बहुत बड़ा स्रोत है, हमारी मांशपेशियों की कोशिकाओं को मजबूत बनाता है, साथ ही उनकी मरम्मत भी करता है।...
कैल्शियम : इस पोषक तत्व की वजह से हमारी हड्डियां और दांत मजबूत होते हैं।
प्रोटीन : यह एनर्जी का एक बहुत बड़ा स्रोत है, हमारी मांशपेशियों की कोशिकाओं को मजबूत बनाता है, साथ ही उनकी मरम्मत भी करता है। अगर किसी को ज्यादा प्रोटीन लेने की जरूरत है तो दूध में अखरोट या बादाम डाल कर पिएं।
पोटैशियम : हमारा ब्लड प्रेशर ठीक रखता है।
फॉसफोरस : ऊर्जा पैदा करता है और हमारी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
विटामिन डी : इससे हड्डियां स्वस्थ रहती हैं।
विटामिन बी 12 : रेड ब्लड सेल्स और नसों की कोशिकाओं को सेहतमंद बनाता है।
विटामिन ए : रोग-प्रतिरोधी क्षमता विकसित होती है, आंखों की रोशनी बढ़ती है और त्वचा स्वस्थ रहती है।
बी 2 : भोजन से ऊर्जा पैदा करने में सहायक है।
नियासिन : शुगर और फैटी एसिड्स को नियंत्रित करता है।
किस रूप में करें सेवन
छेना या पनीर : जिन लोगों को दूध नहीं पचता, वे पनीर या छेने का सेवन कर सकते हैं। इसमें लेक्टिक एसिड ज्यादा होता है, जिससे पाचन क्रिया सही रहती है। एक सामान्य व्यक्ति 350 एमएल से 450 एमएल दूध लेना चाहिए।
दही : दूध का सबसे अच्छा रूप दही का है। इसमें पाए जाने वाले लैक्टोबेसिल्स बैक्टीरिया कट्स फ्रेंडली यानी चोट लगने पर उसे जल्दी भरमें मदद करते हैं। इसके सेवन से भोजन सही से पचता है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल सोखने से रोकता है। दस्त में फायदेमंद है।
हल्दी वाला दूध : हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जिससे सूजन से राहत मिलती है। चोट लगने पर हल्दी वाले दूध से फायदा होता है। एक ग्लास दूध में एक चम्मच हल्दी डाल कर दिन में दो बार पिएं। अगर गंभीर चोट है तो दिन में एक किलो तक दूध पी सकते हैं।
मुनक्का वाला दूध : मुनक्का में आयरन काफी मात्रा में पाया जाता है और दूध में आयरन नहीं होता, इसलिए दूध में मुनक्का डाल कर पिया जाए तो आयरन की कमी भी पूरी होती है। एक ग्लास दूध में 10 ग्राम या 10 टुकड़े मुनक्का डालें।
कॉर्नफ्लेक्स : बच्चे नाश्ते में रोटी लें तो अच्छा है, लेकिन कभी-कभी कॉर्नफ्लेक्स लिया जा सकता है। डायबिटिक और हाइपरटेंसिक लोगों के लिए कॉर्नफ्लेक्स अच्छा नहीं है, क्योंकि इसमें सोडियम ज्यादा होता है।
फुल क्रीम दूध से करें परहेज
कोई व्यक्ति अगर बहुत मोटा है, साथ ही उसे दिल का रोगी व मधुमेह से पीड़ित है तो उसे फुल क्रीम दूध से परहेज करना चाहिए। अंडरवेट फुल क्रीम दूध पिएं।
कितनी मात्रा में करें दूध का सेवन
एक वयस्क को दोनों समय दूध लेना चाहिए। 40 साल की उम्र के बाद विटामिन डी के सप्लीमेंट के साथ दूध दें।
(डाइटीशियन मनीषा घई से बातचीत पर आधारित)