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सावधान होली रंगों का रखें खास ध्यान

सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा के लोगों में रंगों का त्योहार यानि होली का खुमार सर चढ़ कर बोल रहा है। हर गली, मोहल्लों, गांव, घरों में महिलाओं, पुरुषों की खड़ी और बैठकी होली का दौर है। इस बीच बच्चे हो या...

सावधान होली रंगों का रखें खास ध्यान
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 12 Mar 2017 05:11 PM
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सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा के लोगों में रंगों का त्योहार यानि होली का खुमार सर चढ़ कर बोल रहा है। हर गली, मोहल्लों, गांव, घरों में महिलाओं, पुरुषों की खड़ी और बैठकी होली का दौर है। इस बीच बच्चे हो या जवान एक दूसरे को रंग लगाने में भी पीछे नहीं हैं। बच्चे आपस में रंग गुलाल उड़ा रहे हैं, बाजार में भी रंगों की दुकानें सजी है, लेकिन कभी-कभी होली के ये रंग त्वचा और आंखों की बीमारी या अन्य घातक परेशानियों का भी सबब बन जाती हैं, जिसका पता होली की खुमारी उतरने पर लगता है।

ऐसे में जरूरी है कि होली में रंगों से खेलने से पहले ही कुछ सावधानियां बरत ली जाएं, ताकि रंगों का त्योहार खत्म होने के बाद भी आप स्वस्थ्य बने रहें। जानकारों की मानें तो होली के बाद सबसे ज्यादा परेशानियां त्वचा को लेकर होती है। बच्चों या बड़ों को रंगों से खेलते समय अक्सर याद नहीं रहता कि रंग आंख, कान, मुंह आदि संवेदनशील जगहों पर ना लगाया जाए। --इन रंगों से बचें, स्वस्थ्य रहें लाल, गुलाबी रंग या गुलाल से ही होली खेलनी चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार इन रंगों में केमिकल एवं हानिकारक पदार्थों की मिलावट नहीं होती है। सिल्वर रंग में एल्यूमीनियम ब्रोमाइड मिलाया जाता है, जिसमें त्वचा संबंधी रोग हो सकते हैं। बैंगनी रंग में क्रोमियम आयोडाइड होने से ब्रॉन्कियल अस्थमा की शिकायत तक हो सकती है। काले रंग में लेड आक्साइड से त्वचा पर जलन होती है। हरे रंग को बनाने में प्रयोग किए जाने वाले कॉपर सल्फेट से आंखों में खुजली हो जाती है। केमिकल वाले रंगों से त्वचा पर खुजली होने लगती है। कभी-कभी एलर्जी काफी बढ़ जाती है। रंगों से त्वचा का संक्रमण भी हो सकता है। इससे लाल दाने और त्वचा छिल कर लाल हो जाती है।

ऐसे बचें

होली में सूखे और चमकने वाले रंगों का प्रयोग कभी न करें, चेहरे पर रंग लगने पर अच्छी तरह आंखों को बंद कर लेना चाहिए, पानी के गुब्बारे कभी भी एक दूसरे के चेहरे पर न फेंकें, आंख के अंदर रंग चला जाए तो उसे मसले नहीं बल्कि साफ पानी से साफ करें, हर्बल रंगों और गुलाल का ही प्रयोग करें। इससे त्वचा पर एलर्जी होने का खतरा नहीं रहता है।

डॉक्टरों की सलाह

डॉक्टर हमेशा यही सलाह देते हैं कि होली के दौरान हर्बल रंगों का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा गुलाल का भी प्रयोग किया जा सकता है। रंग लगाने के बाद कोई दिक्कत होती है तो तत्काल डॉक्टर की सलाह लें।

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