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एमबीबीएस दाखिले में खेल करने वाली हसीनाओं की तलाश

एमबीबीएस दाखिले के नाम पर खेल करने वाले रैकेट में कई हसीनाएं भी शामिल थीं। रैकेट में शामिल दो हसीनाओं के खिलाफ इलाहाबाद और गाजियाबाद में नामजद मुकदमा दर्ज है। शातिरों का पता नहीं चलने पर पुलिस उन...

एमबीबीएस दाखिले में खेल करने वाली हसीनाओं की तलाश
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 24 Oct 2016 03:50 PM
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एमबीबीएस दाखिले के नाम पर खेल करने वाले रैकेट में कई हसीनाएं भी शामिल थीं। रैकेट में शामिल दो हसीनाओं के खिलाफ इलाहाबाद और गाजियाबाद में नामजद मुकदमा दर्ज है। शातिरों का पता नहीं चलने पर पुलिस उन हसीनाओं की तलाश में है। उनकी मदद से शातिरों तक पहुंचने के लिए जाल बिछा रही है।

अंजलि और प्रियंका करती थीं कॉल

गाजियाबाद अंसल प्लाजा में मेडिट्रिक्स के नाम से शातिरों ने ऑफिस खोलकर एमबीबीएस दाखिले में अप्लाई करने वाले अभ्यर्थियों से संपर्क करने की कोशिश की थी। इसके लिए ऑफिस में अंजली व प्रियंका जैसी कई हसीनाओं को कॉलिंग के लिए रखा था। ये हसीनाएं अभ्यर्थियों के परिजन को कॉल करती थीं और उन्हें सरकारी कोटा से एमबीबीएस में दाखिला कराने का झांसा देती थीं। एडमिशन से संबंधित ज्यादा जानकारी के लिए ऑफिस बुलाती। गाजियाबाद ऑफिस में आने के बाद अभ्यर्थियों के परिजन को दाखिला संबंधित जानकारी भी हसीनाएं ही देती थी। इसके बाद रैकेट चलाने वाले अपना खेल शुरू करते थे। रुपये की डिलिंग अजय सिंह, विवेक और आशीष गुप्ता करते थे।

इलाहाबाद में आठ के खिलाफ मामला दर्ज

ठगी के शिकार पीड़ितों में मद्रास मेडिकल कालेज के एचओडी डॉ. लिवेंदी ने इलाहाबाद कोतवाली थाने में आठ लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। इनमें आशीष, अजय, विवेक के अलावा प्रियंका का नाम भी शामिल है।

गाजियाबाद में अंजलि के खिलाफ केस

वहीं दूसरी ओर गाजियाबाद इंदिरापुरम थाने में हरियाणा के मिस्टर उपाध्याय ने भी शातिरों के खिलाफ एक हसीना अंजली के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पुलिस को अभी तक शातिरों के बारे में ऐसी सटीक जानकारी नहीं मिल सकी है जिससे वे उनके गिरेबान तक पहुंच सके। ऐसे में अब पुलिस इन हसीनाओं की तलाश में जुट गई है। पुलिस उनकी मदद से शातिरों तक पहुंचना चाहती है। इन हसीनाओं ने भी अपने मोबाइल नंबर स्विच ऑफ कर दिए हैं। लेकिन पुलिस को यकीन है कि गाजियाबाद में नौकरी करने वाली नोयडा, गाजियाबाद या दिल्ली के आसपास की रहने वाली हैं। उनके बारे में क्लू तलाश रही है।

सिविल लाइंस थाने से गैंगेस्टर में वांटेड है एक हसीना

सिविल लाइंस में भी एक हसीना और उसके प्रेमी ने मिलकर ऐसे ही एक ठगी की घटना को अंजाम दिया था। इलाहाबाद से दर्जनों लोगों से नौकरी के नाम पर ठगी करके 50 लाख रुपये लेकर फुर्र हो गए थी। हुआ यूं था कि कानपुर के सौरभ यादव अपनी प्रेमिका स्वप्निल के साथ इलाहाबाद में एक लोकल चैनल खोला। सिविल लाइंस में ऑफिस बनाया। इसके बाद सिपाही भर्ती, कचहरी में पेशकार और रेलवे में क्लर्क भर्ती के नाम पर दर्जनों लोगों से लाखों रुपये और गाड़ी लेकर फरार हो गए। तत्कालीन आईजी के नाम पर भी शातिरों ने खेल किया था। आईजी के एक्शन लेने के बाद सिविल लाइंस पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। एसओजी ने कानपुर से सौरभ और उसके भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दी लेकिन हसीना स्वप्निल का पता नहीं चला। वह आज भी सिविल लाइंस थाने से गैंगेस्टर में वांटेड हैं।

कार चोर गैंग की मास्टर माइंड थी हसीना

क्राइम ब्रांच ने करीब एक साल पहले इलाहाबाद से चारपहिया गाड़ी चोरी करने वाले एक बड़े गैंग का खुलासा किया था। पुलिस का दावा था कि इलाहाबाद से 100 से ज्यादा गाड़ियां चोरी करके असम व नेपाल में बेची जा चुकी हैं। इस गैंग की सरगना निकली एक हसीना। पुलिस ने कानपुर की श्वेता गुप्ता को गाड़ी चोरी के आरोप में पकड़ा था। श्वेता गाड़ी चोरी होने के बाद साथ में लेकर निकल जाती थी ताकि रास्ते में पुलिस को चेकिंग के दौरान भी कोई शक न हो।

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