वृंदावन के मंदिर मार्गों पर चलेंगी पर्यटन विभाग की बसें
वृंदावन के प्रमुख मंदिरों के दर्शन के लिए अब श्रद्धालु-पर्यटकों को वाहनों की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण आठ वाहन खरीदेगा, जो पर्यटकों को विभिन्न प्रमुख...
वृंदावन के प्रमुख मंदिरों के दर्शन के लिए अब श्रद्धालु-पर्यटकों को वाहनों की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके लिए मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण आठ वाहन खरीदेगा, जो पर्यटकों को विभिन्न प्रमुख मंदिरों तक ले जाएंगे। इन वाहनों का संचालन पर्यटन विभाग कराएगा।
दरअसल एमवीडीए द्वारा विकसित की गई छटीकरा रोड स्थित मल्टीस्टोरी पार्किंग पर पर्यटकों के वाहनों को रोककर उन्हें ऑटो-टैंपो आदि से वृंदावन में प्रवेश मिल रहा है। ऐसे में पर्यटकों को विभिन्न मार्गों पर मौजूद मंदिरों के दर्शन करने में दिक्कत पेश आ रही है। इसी दिक्कत के निवारण के लिए एमवीडीए आठ वाहन खरीदेगा। इनमें छह बसें शामिल होंगी। इन वाहनों में सवार होकर पर्यटक अलग-अलग मंदिर तक जाएंगे। यह वाहन मल्टीस्टोरी पार्किंग से पर्यटकों को लेकर विभिन्न मंदिरों की ओर रवाना होंगे। इन वाहनों का संचालन पूर्व में एमवीडीए द्वारा बनाए गए ब्रजवाहिनी यातायात प्लान के तहत किया जाएगा। इसमें यह विशेष बसें प्रमुख मंदिरों के नजदीक उनके पहुंच मार्गों पर श्रद्धालुओं को उतार देंगे। इसके बाद रूट पर आने वाले दूसरी बसें दर्शन कर मंदिर से लौट रहे श्रद्धालुओं को वापस मल्टीस्टोरी पार्किंग तक ले आएंगी। एमवीडीए की ओर से वाहनों को खरीदे जाएंगे, जबकि पर्यटन विभाग इन वाहनों का संचालन कराएगा। पर्यटन विभाग ही वाहनों पर चालक-परिचालकों की नियुक्ति और किराए का निर्धारण कराएगा।
गोल्फ कार्ट से जाएंगे बांके बिहारी मंदिर
ब्रजवाहिनी यातायात प्लान के तहत बांकेबिहारी मंदिर पहुंच मार्ग पर गोल्फ कार्ट चलाए जाएंगे। दरअसल मंदिर का पहुंच मार्ग एक तो लंबा और संकरा है, जबकि वहां भीड़भाड़ भी अच्छी खासी रहती है। इसी कारण यहां मंदिर तक पहुंचने को दो गोल्फ कार्ट लगाई जाएंगी। वृंदावन के अन्य मंदिरों का पहुंच मार्ग इतना लंबा नहीं है कि उनके लिए गोल्फ कार्ट जैसी व्यवस्था की जाए।
ये वाहन खरीदे जाएंगे
-दो गोल्फ कार्ट
-2 एसी मिनी बस
-4 नॉन एसी बस
वृंदावन में प्रमुख मंदिरों तक पहुंचने के लिए वाहन खरीद की योजना तैयार की गई है। कमिश्नर की अनुमति के पश्चात वाहनों की खरीद की जाएगी।
-चंद्रप्रकाश सिंह, उपाध्यक्ष, एमवीडीए
वाहनों के संचालन के लिए प्रमुख मंदिरों के अनुसार रूट बनाया जाएगा। इससे श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने और वापसी की सुविधा मिलेगी।
-अनुपम श्रीवास्तव, जिला पर्यटन अधिकारी।