आगरा में बिना प्लानिंग हुआ था प्रदर्शन, रिपोर्ट हाईकमान को
रालोद नेताओं की आपसी खींचतान और रार ने ही एक्सप्रेस वे पर हुए प्रदर्शन को फ्लॉप कर दिया। अगर दो-तीन नेता भीड़ नहीं जुटाते तो स्थिति और खराब हो जाती। बगैर प्लानिंग किए गए इस प्रदर्शन को लेकर हाईकमान...
रालोद नेताओं की आपसी खींचतान और रार ने ही एक्सप्रेस वे पर हुए प्रदर्शन को फ्लॉप कर दिया। अगर दो-तीन नेता भीड़ नहीं जुटाते तो स्थिति और खराब हो जाती। बगैर प्लानिंग किए गए इस प्रदर्शन को लेकर हाईकमान तक रिपोर्ट पहुंच गई है।
यमुना एक्सप्रेस वे के तीनों टोल प्लाजा पर मंगलवार को प्रदर्शन हुआ। मथुरा के मांट और जेवर टोल तक तो नेता पहुंचे और जबरदस्त प्रदर्शन किया। यहां करीब दो घंटे तक नेताओं ने टोल को भी फ्री करा दिया लेकिन आगरा के टोल तक भी नेता नहीं पहुंच पाए। खंदौली के इंटरचेंज पर ही नेताओं को धर लिया गया। इनमें पार्टी के कई प्रमुख नेता शामिल थे।
पार्टी सूत्र बताते हैं यह प्रदर्शन बगैर प्लानिंग के किया गया था। प्रदर्शन किसानों के लिए था लेकिन किसान ही नहीं पहुंच पाए।
पूर्व मंत्री नरायन सिंह, पूर्व विधायक (सादाबाद) डॉ. अनिल चौधरी कुछ लोगों को लेकर जरूर पहुंचे थे। वहीं, रालोद की यूथ इकाई के कुछ पदाधिकारी भी थे। अन्य नेता कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके। दरअसल यह प्रदर्शन प्लानिंग के तहत किया जाना था लेकिन ऐसा नहीं हो सका और इसका खामियाजा संगठन को उठाना पड़ा।
बूथ कमेटियों का होगा पुनर्गठन
आगरा। रालोद का चुनावी सफर शुरू हो गया है। हाल में फतेहपुरसीकरी ने पार्टी युवराज जयंत चौधरी ने पदयात्रा की और इसके बाद एक्सप्रेस वे के टोल प्लाजा पर प्रदर्शन किया गया। इस बीच संगठन ने अपनी बूथ इकाइयों पर भी नजर दौड़ाई है। इकाइयों के पुन:गठन को लेकर हाईकमान ने निर्देश दिए हैं। गठन करने के बाद सूची लखनऊ और दिल्ली भेजनी है। जिलाध्यक्षों व महानगर अध्यक्षों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिलेवार प्रभारियों की नियुक्त भी की गई है।