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नये वित्तीय वर्ष में विकास योजनाओं में आएगी तेजी

केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से जनपद के विकास को कई प्रोजेक्ट प्रारंभ किए गए थे, लेकिन कभी बजट की कमी तो कभी केंद्र व प्रदेश सरकार में सामंजस्य की कमी से परियोजनाओं में रुकावटें आती रहीं। वित्तीय वर्ष...

नये वित्तीय वर्ष में विकास योजनाओं में आएगी तेजी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 01 Apr 2017 06:50 PM
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केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से जनपद के विकास को कई प्रोजेक्ट प्रारंभ किए गए थे, लेकिन कभी बजट की कमी तो कभी केंद्र व प्रदेश सरकार में सामंजस्य की कमी से परियोजनाओं में रुकावटें आती रहीं। वित्तीय वर्ष 2016-17 बीत चुका है और 2017-18 का आगाज हो चुका है। ऐसे में पुराने वित्तीय वर्ष के अपने कुछ सबक हैं तो नये वित्तीय वर्ष की अपनी चुनौतियां हैं। विगत वित्तीय वर्ष कई प्रोजेक्ट ऐसे रहे, जो शुरू तो हो गए, लेकिन अलग-अलग कारणों से या तो रेंग-रेंग कर चले या फिर ठिठक गए।

- नमामि गंगे- यमुना प्रदूषण को दूर करने में मथुरा को करीब 35 करोड़ के बजट वाले नमामि गंगे प्रोजेक्ट के उद्घाटन के बाद नाममात्र को ड्रेजिंग मशीन चलाई गई थी। दिल्ली से इलाहाबाद संगम तक सर्वे भी हुआ, लेकिन काम ठप हो गया। जल संसाधन मंत्रालय के संयुक्त सचिव संजय कुमार और नमामि गंगे परियोजना के अधिकारियों ने मथुरा में आकर परियोजना को जल्द ही गति दिए जाने का आश्वासन दिया है।

- हृदय योजना- करीब 41 करोड़ रुपये की लागत से शहरी जनजीवन के उच्चीकरण और पर्यटक सुवधिाओं के विकास को मथुरा के पांच जोन और वृंदावन परिक्रमा मार्ग के विकास को हृदय योजना में काम प्रारंभ कराए गए थे। केंद्र सरकार की पहल व बजट दिए जाने के बाद इस योजना के तहत विभिन्न जोन का काम बहुत मंथर गति से चल रहा है। - यमुना रिवरफ्रंट डेवलपमेंट- 270 करोड़ रुपये की लागत से वृंदावन में रिवरफ्रंट डेवलपमेंट के तहत केशीघाट का सुदृढ़ीकरण और सौंदर्यीकरण किया जाना है। साथ ही यमुना में गंदा पानी प्रवाहित होने पर भी रोक लगाए जाने का काम सिंचाई विभाग ने विगत वर्ष प्रारंभ किया था। लेकिन एनजीटी में इसकी शिकायत के बाद से रिवरफ्रंट डेवलपमेंट का काम फिलहाल रुका हुआ है।

- मथुरा गोवर्धन फोरलेन रोड- गोवर्धन परिक्रमा लगाने को मथुरा से जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को मथुरा-गोवर्धन रोड के चौड़ीकरण और आबादी क्षेत्रों में सड़क किनारे नाला बनाए जाने का प्रस्ताव शासन ने मंजूर किया था। हालांकि अभी इसके लिए गोवर्धन रोड के कुछ पेड़ों को ही हटाया गया था, लेकिन फिर काम मंद पड़ गया।

- बरसाना रोप-वे- 18 करोड़ रुपये की लागत से बरसाना में लाड़िलीजी मंदिर तक जमीन से आने-जाने को रोप-वे बनाया जाना है। एमवीडीए ने अन्य औपचारिकताओं को पूरा करते हुए 2.5 करोड़ रुपये वन विभाग, उद्यान विभाग व राजस्व विभाग को दिए हैं। जबकि शेष धनराशि कार्यदायी संस्था की ओर से लगाई जाएगी। फिलहाल रोप-वे निर्माण कार्य ठप है। इसके लिए एमवीडीए से जल्द काम पूरा कराने को कहा गया है।

- यमुना पर निर्माणाधीन पुल- यमुना पर कृष्णापुरी तिराहा व यमुनापार के बीच यमुना पुल का काम दो साल से चल रहा है, लेकिन पुल निर्माण बहुत ही धीमी गति से चला है। यहां तक कि एप्रोच रोड का ही काम पूरा नहीं हो पाया है। पुल निर्माण अधिकांशत: बजट की कमी के कारण पिछड़ता रहा है।

- मछली फाटक आरओबी- मछली फाटक रेलवे ओवरब्रिज का काम वर्ष 2016 में प्रारंभ हुआ था। वर्तमान में आरओबी का काम चल रहा है। लेकिन निर्माण की धीमी गति से लोग परेशान हैं। लोगों को टैंक चौराहा से स्टेट बैंक चौराहा जाने के लिए धौलीप्याऊ या डेंपियर नगर होकर निकलना पड़ता है।

- होलीगेट सौंदर्यीकरण- होलीगेट सौंदर्यीकरण अभियान को लगभग तीन-चार माह पहले प्रारंभ किया गया था। इस अभियान में एमवीडीए, विद्युत विभाग, नगर पालिका, दूरसंचार और पीडब्ल्यूडी आदि विभाग शामिल थे। विधानसभा चुनाव के दौरान काम कुछ धीमा हुआ था, लेकिन फिर काम ने गति पकड़ ली है। वर्तमान में डिवाइडर और प्रकाश व्यवस्था लगभग पूरी हो चुकी है।

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