82 साल के राज्यपाल में दिखा युवा जैसा जोश
प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक भले ही जीवन के 82 बंसत देख चुके हों, लेकिन उनकी कार्यशैली किसी युवा से कम नहीं है। इच्छाशक्ति के धनी नाईक में रविवार को यही झलक दिखी। जयपुर हाउस में जब वे दोपहर भोजन करने...
प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक भले ही जीवन के 82 बंसत देख चुके हों, लेकिन उनकी कार्यशैली किसी युवा से कम नहीं है। इच्छाशक्ति के धनी नाईक में रविवार को यही झलक दिखी। जयपुर हाउस में जब वे दोपहर भोजन करने पहुंचे तो उन्होंने आधा घंटे में 100 से ज्यादा लोगों से मुलाकात की। सबकी बातों को ध्यानपूर्वक सुना। उन्होंने लोगों से ये कहने में भी कोई हिचकिचाहट नहीं दिखाई कि वे समय के भी पाबंद हैं। सारे काम समय से होने चाहिए, जिससे कहीं दूसरे काम में देरी न हो जाए।
रविवार को राज्यपाल एयरपोर्ट पर उतरने के बाद सीधे महानगर संघचालक विजय गोयल के जयपुर हाउस स्थित आवास पर पहुंचे। उन्होंने वहां पहुंचते ही समय का खास ध्यान रखे जाने की सलाह दे डाली। बोले-कई कार्यक्रम हैं। कहीं भी देर न हो जाए। इस बात का ध्यान रखा जाए। समय का पाबंद होना सबके लिए जरूरी है। इससे चीजें बेहतर रहती हैं। इससे किसी को कोई परेशानी भी नहीं होती है। नाईक दोपहर भोज लेने से से पहले आधा घंटे तक लोगों से मुलाकात करते रहे। खास बात ये दिखी कि जब उन्हें एक चित्र भेंट किया जाना था तो भेंटकर्ता ने कहा कि वे सोफे पर बैठ कर ही उसे ग्रहण कर लें। इस पर उन्होंने जोश भरे अंदाज में कहा-अरे क्या बात करते हैं। ऐसे अच्छा नहीं लगेगा और वे उठकर खड़े हुए, फिर चित्र को सम्मानपूर्वक ग्रहण किया। जिन लोगों ने उनसे मुलाकात की। उन सभी लोगों का उन्होंने परिचय भी प्राप्त किया और कुशलक्षेम भी पूछी। फोटो भी कराए। रेनू शर्मा और अलका पोद्दार की पुस्तक ‘दिल के झरोखों से का विमोचन भी किया। मेल मुलाकात के दौरान राज्यपाल की याददाश्त का हर शख्स कायल हो गया। उन्हें जिसने भी पुरानी मुलाकात के बारे में बताया तो उन्होंने उससे एक कदम बढ़कर उसके बारे में उसे बता दिया। राज्यपाल का पशुधन विकास मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल, भाजपा सांसद चौधरी बाबूलाल, भाजपा विधायकों जगन प्रसाद गर्ग, हेमलता दिवाकर, रामप्रताप चौहान, रानी पक्षालिका सिंह, डॉ. जीएस धर्मेश, मनीष असीजा ने स्वागत किया। इस दौरान पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह, डॉ. हरीश कुमार, डॉ. आरएस पारीक, संजय गोयल, धीरज गोयल सहित संघ के प्रमुख पदाधिकारी भी मौजूद रहे।