मई से सरायकेला के साढ़े तीन लाख घरों में छायेगा अंधेरा
खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले के आदेश के बाद जिले के साढ़े तीन लाख गरीब केरोसिन उपभोक्ताओं के समक्ष गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। जिला जन वितरण प्रणाली दुकानदार संघ ने अगले माह से केरोसिन का उठाव...
खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले के आदेश के बाद जिले के साढ़े तीन लाख गरीब केरोसिन उपभोक्ताओं के समक्ष गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। जिला जन वितरण प्रणाली दुकानदार संघ ने अगले माह से केरोसिन का उठाव नहीं करने की घोषणा की है। राज्य में सरायकेला-खरसावां सिमडेगा, लोहरदगा, खूंटी समेत चार को डीबीटी जिला घोषित करते हुए वितरण व्यवस्था को इ-पॉश मशीन से जोड़ने का आदेश दिया गया है। सरकार के इस आदेश के बाद डीलर समेत उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ने लगी है। बताया गया है कि डीबीटी जिला घोषित होने के बाद अप्रैल से 19.26 के बजाय 31.12 रुपये प्रति लीटर केरोसिन की कीमत चुकानी पड़ रही है। सरकार की मंशा है कि डीबीटी के माध्यम से सब्सिडी के पैसे उपभोक्ताओं के खाते में जमा होगी। ग्रामीण उपभोक्ताओं के अनुसार सब्सिडी के पैसे छह माह बाद खाते में आएंगे। वर्तमान में इतनी रकम कहां से लाकर वे केरोसिन खरीदेंगे। सरकार के निर्णय पर आक्रोश जताते हुए उपभोक्ताओं ने इस आदेश को वापस लेने की मांग सरकार से की है।