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लोकतंत्र की हत्या

पहले अरुणाचल प्रदेश और अब उत्तराखंड। देश ने संविधान की चौखट पर लोकतंत्र को दम तोड़ते हुए देखा है। धन-बल और बाहुबल के दम पर चुनी हुई सरकार का चीर-हरण कैसे होता है, यह हमें फिर देखने को मिला। कुछ दिनों...

लोकतंत्र की हत्या
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 29 Mar 2016 09:31 PM
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पहले अरुणाचल प्रदेश और अब उत्तराखंड। देश ने संविधान की चौखट पर लोकतंत्र को दम तोड़ते हुए देखा है। धन-बल और बाहुबल के दम पर चुनी हुई सरकार का चीर-हरण कैसे होता है, यह हमें फिर देखने को मिला। कुछ दिनों पहले इसी उत्तराखंड में एक मासूम घोड़े की टांग तोड़ी गई थी, और अब इसी उत्तराखंड में लोकतंत्र का सिर कलम कर दिया गया। जिन नौ विधायकों ने मंत्री पद और पैसों के लिए अपनी ही पार्टी और सरकार को धोखा दिया है, जनता उन्हें नहीं भूलेगी। वैसे, जो लोग राष्ट्रपति शासन को सही ठहराते हुए खराब कानून-व्यवस्था का हवाला दे रहे हैं, क्या वे दो शब्द हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश पर भी बोलेंगे? शायद नहीं। वैसे एक बात पर गौर कीजिएगा। कांग्रेस-शासित राज्यों की कानून-व्यवस्था तब तक ठीक-ठाक थी, जब तक बिहार चुनाव के नतीजे नहीं आए थे। जैसे ही बिहार चुनाव का नतीजा आया और गाय माता ने अरमानों पर गोबर किया, वैसे ही कांग्रेस-शासित राज्यों में कानून-व्यवस्था खराब हो गई। खैर, अब जनता को तय करना है कि वह अपने राज्य को बिकने देगी या बिहार की तरह अपने राज्य को बचा लेगी।
प्रिया कुमारी
priyapriy81@gmail.com


कमाल के विराट
भारतीय टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाने का श्रेय केवल विराट कोहली को जाता है। ऐसा लग रहा है कि टीम के अन्य सदस्य अपनी पूरी क्षमता के अनुरूप नहीं खेल रहे हैं, जबकि विराट अकेले अपने दम पर टीम इंडिया को ट्वंटी-20 का विश्व विजेता बनाने को आतुर हैं। कप्तान धौनी ने बिल्कुल सही कहा है कि बाकी बल्लेबाज विराट से सीखें और बाकी बचे मुकाबलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।
सुरेश चंद तोमर, बरेली
Sureshchandtomar@gmail.com

गलती गूगल की नहीं
वर्तमान समय में गूगल अपने देश में एक गुरु और गाइड की भूमिका नहीं निभा रहा, बल्कि भूले-भटकों को रास्ता भी दिखा रहा है। मेट्रो शहरों में जीपीएस सुविधा गूगल से ही संचालित है, जो दोपहिया और चौपहिया वाहन चालकों के लिए वरदान के समान है। इसी तरह, मेडिकल, इंजीनियरिंग, एमबीए के छात्र व शोधकर्ता ही नहीं, छोटे-छोटे बच्चों के अध्ययन-अध्यापन में भी गूगल गाइड की भूमिका में है। इसके माध्यम से जिज्ञासु लोग बीमारियों व उनके आधुनिक इलाज की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। जब इतनी बातें गूगल की सच हैं, तो फिर 'एंटी नेशनल' सर्च करने पर यदि वह जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय का पता बता रहा है, तो कुछ खास लोगों के पेट में दर्द क्यों हो रहा है? बेहतर होता कि इस विश्वविद्यालय में छात्रों को देशभक्ति का पाठ पढ़ाया जाता।
रचना रस्तोगी
वेस्टर्न कचहरी रोड, मेरठ

विराट प्रदर्शन
भारतीय क्रिकेट प्रेमियों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने वाला अद्वितीय सितारा वाकई विराट कोहली ही हैं। ट्वंटी-20 विश्व कप में विराट कोहली के प्रदर्शन के कारण हारने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया की टीम ने भी सराहा। मैच जीतने तक विराट की जारी रहने वाली संघर्ष-क्षमता ने पूरी दुनिया के क्रिकेट प्रेमियों का मन मोह लिया है। निश्चय ही विराट जैसे खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट के स्वर्णकाल को साकार करने में  सफल होंगे।
हरिओम जोशी
भिंड, मध्य प्रदेश

नाबालिगों का कहर
दिल्ली के डॉक्टर नारंग की हत्या में नाबालिगों के शामिल होने पर सभी स्तब्ध हैं। दुर्भाग्य से देश में नाबालिगों के जुर्म का कहर प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। तेजी से बढ़ती आबादी और घटता प्रशासनिक नियंत्रण ही इसकी वजह हैं। असल में, जब पढ़ाई-लिखाई की उचित व्यवस्था और काम-धंधे नहीं होंगे, तो युवा शक्ति कहीं न कहीं नष्ट तो होगी ही। जरूरत गरीबी और अमीरी में उचित संतुलन साधने की भी है।  
वेद मामूरपुर, नरेला
vedmamurpur@gmail.com

 

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