समाधि के दौरान पथराव व फायरिंग
नेपाल में हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग को लेकर आंदोलनरत साधु-संतों और पुलिस के बीच हुई झड़प में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये। इस घटना से उग्र हुए समर्थकों और पुलिसकर्मियों के बीच पथराव हुआ...
नेपाल में हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग को लेकर आंदोलनरत साधु-संतों और पुलिस के बीच हुई झड़प में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये। इस घटना से उग्र हुए समर्थकों और पुलिसकर्मियों के बीच पथराव हुआ जिसे नियंत्रित करने हेतु पुलिस ने 50 चक्र आंसू गैस और 36 राउण्ड हवाई फायरिंग की। बल प्रयोग कर पुलिस ने अंतत: जीवित समाधि लेने के प्रयास को विफल कर दिया।ड्ढr ड्ढr विश्व हिन्दू वामा शक्ित नेपाल, नेपाली जनसंघ पार्टी और गुरूनाथअखाड़ा के तत्वावधान में पिछले एक माह से वीरगंज के शंकराचार्य गेट पर साधु संतों द्वारा बेमियादी चक्का जाम व धरना-प्रदर्शन किया जा रहा था। जगतगुरु वामाचार्य सेवक संजय नाथ ने 25 फरवरी को दोपहर 2 बजे शंकराचार्य गेट पर जिंदा समाधि लेने की घोषणा की थी। इसके मद्देनजर खोदे गये गड्ढ़ों को सोमवार को वीरगंज इनरवा पुलिस चौकी द्वारा बंद कर दिया गया। इसकी सूचना पर सेवक संजयनाथ सैकड़ों काफिले के साथ कालीमंदिर रक्सौल से शांति जुलूस के साथ वहां पहुंचे। कार्यकर्ताआें ने जब गड्ढ़ा खोदने का प्रयास किया तो पुलिस ने साधु मुनिलाल दास, आनंद दास, रामसूरत बाबा, रामदयाल दास, रामलाल दास, अहैत नाथ, बालक दास, लालगिरी, विष्णु सर्राफ सहित एक दर्जन को गिरफ्तार कर लिया और लाठीचार्ज किया। इसमें महिलाआें समेत एक दर्जन लोग बुरी तरह घायल हो गये। समाधि के इस प्रयास के विफल होने पर सेवक संजय नाथ ने दूसरा समय 4.46 बजे निर्धारित किया। उधर पुलिस के अत्याचार से आक्रोशित संजय नाथ के समर्थक भारत-नेपाल सीमा के नो-मेन्स लैण्ड से पुलिसकर्मियों पर पथराव करने लगे। इस पर पुलिस ने 36 राउंड फायरिंग की। इसमें रक्सौल कोइरिया टोला निवासी दीपक नाम का एक युवक घायल हो गया। पथराव में कई भारतीय पत्रकार भी घायल हुए। आक्रोशित बाबा समर्थकों ने समाधि स्थल के पास पहुंचने का प्रयास किया जिसे पुलिसकर्मियों ने विफल कर संजयनाथ को उनके समर्थकों के साथ गिरफ्तार कर लिया। दिनभर पथराव व फायरिंग से भारत-नेपाल सीमा पर तनाव व्याप्त है। समाचार लिखे जाने तक उग्र प्रदर्शनकारियों द्वारा पथराव व पुलिस कर्मियों द्वारा हवाई फायरिंग जारी है। नेपाल में पुलिस की गोली से एक की मौतड्ढr फारबिसगंज जोगबनी (नि.सं.)। पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के सप्तरी जिला अंतर्गत राजविराज में सोमवार को कफ्यरू का उल्लंघन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा चलायी गयी गोली से एक प्रदर्शनकारी गुलटेन दास की मौत हो गयी। वहीं एक पुलिस हवलदार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गयी। इस घटना के बाद स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने संध्या तीन बजे से वहां कफ्यरू लगा दिया है। राजविराज में ही आंदोलनकारी एवं पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प में दो दर्जन आंदोलनकारी एवं एक दर्जन पुलिस के घायल होने की सूचना है। सप्तरी के बाजारों में हिंसक झड़प के बाद निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है। निषेधाज्ञा के बावजूद प्रदर्शन कर रहे तकरीबन दो दर्जन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है जबकि राजविराज में पुलिस ने एक सौ से अधिक आंदोलनकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। नवल परासी में आंदोलनकारियों ने एक मालवाहक वाहन को फूंक डाला। पुलिस द्वारा आंदोलनकारियों पर कई चक्र अश्रु गैस छोड़े गये हैं। जनकपुर में प्रदर्शनकारियों ने हवाई सेवा ठप कर दिया तो चुनाव के लिये आये नेताआें के हेलिकाप्टर पर जमकर पथराव किये गये। गौर में भी हिंसक झड़प की सूचना है। सिरहा में पुलिस एवं प्रदर्शनकारियों में हुई हिंसक झड़प में दो दर्जन आंदोलनकारियों के घायल होने की सूचना है। राजविराज में सोमवार की अपराह्न प्रदर्शनकारियों ने चुनाव आयोग के कार्यालय पर पथराव किया। विराटनगर में प्रदर्शनकारियों ने भारी संख्या में जुलूस निकाला। जिसमें महिलाआें ने झाडू आदि लेकर प्रदर्शन किये। जुलूस नगर भ्रमण के बाद महावीर चौक पर सभा में तब्दील हो गया। लगातार घट रही हिसंक घटना को लेकर नेपाल अधिराज्य की स्थिति विकराल बनी हुई है। हिंसक घटना को लेकर जगह-जगह कफ्यरू लगा दिया गया है।ड्ढr ड्ढr आंदोलन के 13वें दिन भी जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा तथा बाजारों समेत यातायात पूर्णरूप से ठप रहा। आसन्न चुनाव को लेकर चुनाव आयोग को भी प्रदर्शनकारियों ने निशाना बनाना शुरू कर दिया गया है। चुनाव को प्रभावित करने की मंशा से लहान, जलेश्वर आदि जगहों पर प्रदर्शनकारियों द्वारा टेलीफोन तार को तोड़ दिया गया तथा टेलीफोन कार्यालय में तोड़फोड़ की गयी। इन क्षेत्रों में अनिश्चितकालीन कफ्यरू लगाया गया है। जगह-जगह प्रदर्शन को देखते हुए प्रशासन की चौकसी देखने लायक है। नेपाल में बढ़ रहे हिंसक घटना के मद्देनजर भारतीय क्षेत्र में भी प्रशासनिक चौकसी तेज कर दी गयी है। सूत्रों के अनुसार नेपाल में चुनाव को लेकर जारी नामांकन के कारण आंदोलन की गति तेज कर दी गयी है।