यासीन मलिक के चचेरे भाई की हत्या के बाद हिंसा
अलगाववादी संगठन जम्मू.कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख मोहम्मद यासीन मलिक के चचेरे भाई की हत्या के विरोध में मंगलवार को यहां मौसुमा में हिंसक प्रदर्शन कर रहे लोगों को नियंत्रित करने के लिए...
अलगाववादी संगठन जम्मू.कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख मोहम्मद यासीन मलिक के चचेरे भाई की हत्या के विरोध में मंगलवार को यहां मौसुमा में हिंसक प्रदर्शन कर रहे लोगों को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों ने लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने के बाद हवा में गोलियां चलाई। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार हिंसक प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा बलों और पुलिस के जवानों के साथ ही 30 से अधिक लोग घायल हो गए। प्रदर्शन में शामिल कुछ लोगों ने पुलिस पर पत्थर फेंके जिससे तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद प्रदर्शनकारियांे ने दूसरी जगह हिंसक प्रदर्शन कर पत्थर फेंकने शुरु कर दिए। गोलीबारी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सूत्रों के मुताबिक जेकेएलएफ प्रमुख के चचेरे भाई तथा संगठन के कार्यकारी सदस्य शेख मेहराजुद्दीन के भाई शबीर अहमद शेख का शव मंगलवार सुबह यहां परीमपोरा इलाके से बरामद हुआ। माना जा रहा है कि हत्या गला घोंटकर की गई। शबीर तिपहिया चालक था। पुलिस प्रवक्ता ने शबीर का शव बरामद होने की पुष्टि करते हुए कहा कि इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और मौत के कारणों का पता लगाने के लिए तहकीकात जारी है। जेकेएलएफ मुख्यालय मैसुमा इस खबरे के पहुंचते ही संगठन के सैकड़ों समर्थक सड़कों पर उतर आए। उन्हांेने शहर के मुख्य व्यावसायिक क्षेत्र लाल चौक सहित आसपास के इलाकों मंे दुकानों एवं व्यापारिक प्रतिष्ठानों को जबर्दस्ती बंद करवा दिया। सूत्रों के मुताबिक प्रदर्शनकारी हत्यारों को पकड़ने और कड़ी सजा देने की मांग कर रहे थे। पुलिस ने मैसुमा मंे उन्हें रोकने की कोशिश की जिससे वे हिंसक हो गए और पथराव करने लगे। कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तत्काल वहां भेजा गया। उन्होंने कहा कि प्राथमिक जांच से पता चला है कि उनकी मौत दम घुटने से हुई है। उन्होंने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है जिसके बाद उसे अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौंप दिया जाएगा।