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एफआईएच में भारत का प्रतिनिधि नहीं होना नुकसानदेह: शिवेंद्र

विश्व कप में दो मैचों का निलंबन झेल रहे भारत के स्टार फारवर्ड शिवेंद्र सिंह ने एफआईएच में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं होने को परोक्ष रूप से अहम कारण बताते हुए मंगलवार को कहा कि उन्हें तो इसके लिए...

एफआईएच में भारत का प्रतिनिधि नहीं होना नुकसानदेह: शिवेंद्र
एजेंसीTue, 02 Mar 2010 04:53 PM
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विश्व कप में दो मैचों का निलंबन झेल रहे भारत के स्टार फारवर्ड शिवेंद्र सिंह ने एफआईएच में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं होने को परोक्ष रूप से अहम कारण बताते हुए मंगलवार को कहा कि उन्हें तो इसके लिए ग्रीनकार्ड की भी आशंका नहीं थी लेकिन इतनी बड़ी सजा सुना दी गई जिसका मलाल उन्हें ताउम्र रहेगा।

शिवेंद्र ने अपीली जूरी द्वारा दो मैचों का निलंबन सुनाए जाने के बाद कहा कि मैं बता नहीं सकता कि कितना दुखी हूं। मुझे तो ग्रीनकार्ड की भी आशंका नहीं थी बल्कि मैंने उस घटना को नोटिस भी नहीं किया था। मैच के बाद डिनर के समय कोचों ने मुझसे पूछा कि क्या मैंने फरीद अहमद को जान बूझकर चोट पहुंचाई है, तब मुझे इसके बारे में पता चला।

उन्होंने कहा कि कोचों ने ही मुझे बताया कि टूर्नामेंट निदेशक केन रीड ने मुझे सुबह सुनवाई के लिए बुलाया है। मैंने बाद में मैच के फुटेज देखे तो पाया कि खेल के दौरान स्टिक उठ गई है लेकिन मैंने जान बूझकर ऐसा नहीं किया था। उस खिलाड़ी ने पीछे से आकर मेरे पैर पर चोट पहुंचाई तो मैंने अपना संतुलन बनाने के लिए हाथ हवा में उठाया जिसमें उसे शायद स्टिक लग गई, लेकिन खेल में ऐसा होता है।

उन्होंने कहा कि दूसरे हाफ में हमारे खिलाड़ी गुरविंदर सिंह चांडी को भी पाकिस्तानी खिलाड़ी ने चोट पहुंचाई थी लेकिन उसे नोटिस नहीं किया गया। शिवेंद्र ने कहा कि फरीद को बाद में खिलाड़ियों ने देखा तो वह एकदम सामान्य था। उसे इतनी चोट नहीं लगी थी लेकिन सजा सुनाते समय इसे ध्यान में नहीं रखा गया।

यह पूछने पर कि क्या एशियाई खिलाड़ियों के साथ सौतेला बर्ताव किया जाता है तो उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानता कि भारतीय या एशियाई खिलाड़ियों के साथ सौतेला बर्ताव किया जाता है या नहीं लेकिन यदि एफआईएच में भारत का कोई प्रतिनिधि होता तो शायद हालात दीगर होते।

गौरतलब है कि जफर इकबाल और मीररंजन नेगी जैसे पूर्व खिलाड़ियों ने भी कहा है कि यदि एफआईएच में भारत की नुमाइंदगी होती तो भारतीय क्रिकेट बोर्ड की तरह हाकी इंडिया भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक दमदार होता। उन्होंने कहा कि इस निलंबन का उन्हें जिंदगी भर अफसोस रहेगा। उन्होंने कहा कि मुझे अपने पूरे अंतरराष्ट्रीय कैरियर में सिर्फ एक बार यलो कार्ड मिला था। मुझे ताउम्र मलाल रहेगा कि भारत में विश्व कप के दौरान मैं दो अहम मैच नहीं खेल सका।

पाकिस्तान के खिलाफ पहला गोल दागने वाले शिवेंद्र ने कहा कि मैं आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने की खास तैयारी कर रहा था। आस्ट्रेलियाई काफी तेज तर्रार हाकी खेलते हैं जिससे फारवर्ड पंक्ति के लिए गोल करने के मौके बनते हैं। मुझे इस मैच में गोल करने का यकीन था लेकिन अब बाहर बैठकर मैं टीम को खेलते देखूंगा। पता नहीं मुझ पर क्या गुजरेगी।

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