जनरसंहार हथियार नहीं थे इराक युद्ध का कारणः ब्राउन
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने कहा है कि उन्होंने वर्ष 2003 में इराक पर हमले का समर्थन सैन्य खतरे की वजह से नहीं किया था बल्कि इसका कारण इराक का अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रति अपने दायित्व...
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने कहा है कि उन्होंने वर्ष 2003 में इराक पर हमले का समर्थन सैन्य खतरे की वजह से नहीं किया था बल्कि इसका कारण इराक का अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रति अपने दायित्व का निर्वाह करने में बार-बार नाकाम रहना था।
ब्राउन के ट्रिब्यून पत्रिका को दिए इस बयान से संकेत मिलता है कि इराक युद्ध की जांच कर रहे आयोग के सामने वह अपना पक्ष किस तरह रखेंगे। उन्हें इस वर्ष मार्च की शुरुआत में आयोग के सामने उपस्थित होना है।
ब्राउन के विरोधी आरोप लगाते रहे हैं कि वह पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर के बयान से अपने को पूरी तरह अलग करने की कोशिश कर रहे हैं। ब्लेयर ने आयोग के सामने कहा था कि इराक के पूर्व तानाशाह सद्दाम हुसैन के पास जनसंहार के हथियार हैं और वह विश्व के लिए खतरा हैं।
तत्कालीन वित्त मंत्री ब्राउन ने कहा था कि मुझे सबूत दिखाए गए थे कि इराक के पास जनसंहार के हथियार हैं और यह कई लोगों का कहना था। लेकिन मेरे लिए इराक युद्ध का कारण वहां की सरकार का अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धता से मुकरना था। उन्होंने कहा कि सद्दाम हुसैन ने लिखित वादा किया था कि देश के हथियारों के बारे में दुनिया को बताया जाएगा, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
ब्राउन ने कहा कि इराक के अपने वादे से मुकरने के बाद अमेरिका और अन्य देशों को वहां सैन्य कार्रवाई करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि लोग जानें कि मैंने यह सोच समझकर किया और यह उचित था।