यह मेरी सीरीज थी: अमला
दक्षिण अफ्रीका की रन मशीन हाशिम अमला ने गुरुवार को कहा कि कैरियर में कभी न कभी सभी बल्लेबाजों को बुरे दौर से गुजरना पड़ता है और भारत के खिलाफ हाल में संपन्न सीरीज उनके लिए अपनी छाप छोड़ने का मौका...
दक्षिण अफ्रीका की रन मशीन हाशिम अमला ने गुरुवार को कहा कि कैरियर में कभी न कभी सभी बल्लेबाजों को बुरे दौर से गुजरना पड़ता है और भारत के खिलाफ हाल में संपन्न सीरीज उनके लिए अपनी छाप छोड़ने का मौका थी।
दूसरे टेस्ट की दोनों पारियों में शतक सहित सीरीज में 490 रन के साथ मैच ऑफ द मैच और मैन ऑफ द सीरीज बने अमला ने कहा कि सभी पेशेवर क्रिकेटर ऐसे दौरों और सीरीज से गुजरते हैं जिसमें वे अच्छा प्रदर्शन करते हैं। मैं भाग्यशाली हूं कि यह सीरीज मेरे लिए मौका थी। भारतीय मूल के इस दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज ने कहा कि हालात और भारतीय क्षेत्ररक्षकों के कैच टपकाने का भी उन्हें फायदा मिला। उन्होंने कहा कि मैदान पर चीजें मेरे पक्ष में रही। मुझे भाग्य को श्रेय देना चाहिए। कैच टपकने से भी काफी मदद मिली।
अमला ने कहा कि मुझे लगता है कि इसमें कोई शक नहीं कि कुछ मौकों पर मैं काफी भाग्यशाली रहा। अगर कैच लपक लिए जाते तो मैं जल्दी आउट हो सकता था। अमला ने दूसरी पारी में आठ घंटे क्रीज पर बिताए और दूसरा टेस्ट लगभग ड्रा करा दिया था क्योंकि भारतीय गेंदबाजों की इस दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज के खिलाफ एक नहीं चल रही थी।
दक्षिण अफ्रीका के इस बल्लेबाज ने कहा कि वह बल्लेबाजी की सामान्य धारणा पर चले। अमला ने कहा कि जब आपके दिमाग में यह होता है कि आपको पूरे दिन बल्लेबाजी करनी है तो इसको गेंद दर गेंद और ओवर दर ओवर टुकड़ों में तोड़कर अहम होता है, यह सामान्य बेसिक्स हैं। इसमें कोई विज्ञान नहीं है। उन्होंने मोर्ने मोर्कल (22) और वायने पार्नेल (12) की भी तारीफ की जिन्होंने काफी देर तक भारतीय गेंदबाजों को विकेट से महरूम रखा। अमला ने कहा कि मोर्ने और पार्नेल से मुझे काफी आत्मविश्वास आया। दोनों ने मुझे कहा कि वे दूसरे छोर पर सहज हैं, इसने मेरे काम को काफी आसान कर दिया।