जलवायु परिवर्तन से निपटने में अहम परमाणु ऊर्जाः ओबामा
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का मानना है कि परमाणु ऊर्जा और स्वच्छ कोयला ऊर्जा जलवायु परिवर्तन से निपटने में सबसे अहम हैं। ओबामा ने न्यू हैंपशायर में कहा मैं जानता हूं कि कई धड़ों में यह विवादास्पद...
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का मानना है कि परमाणु ऊर्जा और स्वच्छ कोयला ऊर्जा जलवायु परिवर्तन से निपटने में सबसे अहम हैं।
ओबामा ने न्यू हैंपशायर में कहा मैं जानता हूं कि कई धड़ों में यह विवादास्पद है, लेकिन अगर आप जलवायु परिवर्तन से निपटने के प्रति गंभीर हैं, तो आपको परमाणु उद्योगों की ओर गंभीरता से देखना ही होगा।
ओबामा ने कहा अगर आप जलवायु परिवर्तन के प्रति गंभीर हैं, तो आपको देखना होगा कि क्या ऐसी कोई तकनीकी है, जिससे हम कोयले और उससे निकले उत्सर्जन को अलग कर सकें। राष्ट्रपति ने कहा कि इसका कारण अकेला अमेरिका नहीं है।
ओबामा ने कहा चीन एक कोयले से जलने वाला प्लांट बना रहा है, जो सप्ताह में एक बार अपना काम करेगा। भारत भी ऐसा ही कर रहा है, क्योंकि कोयला सस्ता है।
राष्ट्रपति ने कहा जब तक हम ऐसा कोई ऊर्जा विकल्प नहीं लाते, जो हमें उस तकनीकी की फ्रैंचाइजी बनाने में सक्षम कर दे, ताकि वे उस कोयले को स्वच्छता से जला सकें, हमें इस मामले में समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। ओबामा ने कहा कि इसलिए तकनीक सबसे अहम है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने कहा कि हम परंपरागत तकनीक को थोड़ा सा अद्यतन करके बहुत सी नौकरियां पैदा कर सकते हैं और पर्याप्त लाभ भी कमा सकते हैं। ओबामा ने कहा कि मंदी ने अमेरिका के बहुत से घरेलू स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्रों को पूरी तरह खत्म कर दिया।
उन्होंने कहा आप वायु और सौर ऊर्जा उद्योगों के बारे में बात कीजिए, अगर हम स्वच्छ ऊर्जा के लिए हरसंभव समर्थन देते हुए रिकवरी अधिनियम नहीं पारित करते तो उनमें से बहुत सी खत्म हो जाती। ओबामा ने कहा कि यह नौकरियां पैदा करने का बहुत बड़ा इंजन है और हमें इसके लिए निवेश तैयार करना है।