राणा ने की जमानत के लिए एक और कोशिश
जमानत मांगने के एक और प्रयास में संदिग्ध आतंकवादी तहव्वुर हुसैन राणा ने गुरुवार को अदालत में कहा कि अगर वह अमेरिका से भागेगा तो उसे अंतरराष्ट्रीय भगोड़े के रूप में रहने के लिए मजबूर होना पड़ेगा और...
जमानत मांगने के एक और प्रयास में संदिग्ध आतंकवादी तहव्वुर हुसैन राणा ने गुरुवार को अदालत में कहा कि अगर वह अमेरिका से भागेगा तो उसे अंतरराष्ट्रीय भगोड़े के रूप में रहने के लिए मजबूर होना पड़ेगा और आव्रजन संबंधी कारोबार की उसकी जानकारी भागने में कोई काम नहीं आएगी।
भारत में आतंकवादियों की मदद की साजिश रचने के आरोपी राणा ने अमेरिकी जिला अदालत में सात पन्नों का जवाब दायर किया। यह जवाब उसने खुद को हिरासत में रखे जाने को चुनौती देने के लिए दाखिल अपने आवेदन पर सरकार की प्रतिक्रिया के सिलसिले में दिया है।
पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा को 25 जनवरी को अदालत में पेश किया जाएगा। उसकी जमानत का विरोध कर रहे संघीय अभियोजकों ने कहा है कि अगर राणा को दोषी ठहराया जाता है तो उसे अधिकतम उम्रकैद की सजा मिल सकती है। इसीलिए उसके भागने की आशंका अधिक है।
बहरहाल, राणा ने अपने वकील पैट्रिक ब्लेजन के माध्यम से दाखिल जवाब में कहा है कि अधिकतम उम्रकैद की सजा को देखते हुए उसके भागने की आशंका निर्मूल है। उन्होंने कहा कि मुवक्किल की उम्र 49 साल है और अगर उसे 30 साल की सजा सुनाई गई तो यह उम्रकैद के समकक्ष ही होगी। इससे मुवक्किल अपने परिवार को छोड़ने के लिए बाध्य हो जाएगा। उसे अपने मित्रों और परिजनों की संपत्ति को लेकर जालसाजी करनी पड़ेगी और उसका शेष जीवन अंतरराष्ट्रीय भगोड़े की तरह कटेगा।