फूल-पौधों से सब्जियों तक
सब्जियों, फलों और फूलों के बगैर जिंदगी बेमानी है, इसीलिए नए जमाने में गृह वाटिका हर घर का एक आवश्यक हिस्सा बन चुकी है। कोई दो राय नहीं कि देश में गृह वाटिका की जरूरत को छोटे-बड़े सभी वर्गो के लोग अब...
सब्जियों, फलों और फूलों के बगैर जिंदगी बेमानी है, इसीलिए नए जमाने में गृह वाटिका हर घर का एक आवश्यक हिस्सा बन चुकी है। कोई दो राय नहीं कि देश में गृह वाटिका की जरूरत को छोटे-बड़े सभी वर्गो के लोग अब पहले के मुकाबले अधिक महत्त्व देने लगे हैं।
गृह वाटिका का स्वरूप : गृह वाटिका का स्वरूप व्यक्ति विशेष के स्तर पर निर्भर करता है। मध्यम वर्ग व छोटे स्तर के लोगों के लिए सब्जियों की महत्ता फलों व फूलों से अधिक होती है। इसलिए इस समूह के व्यक्तियों की गृह वाटिका का आकार भी साधारणत: छोटा होता है और ये सब्जियों के उत्पादन को प्राथमिकता देते हैं। इसके विपरीत एक बड़े स्तर के व्यक्ति की गृह वाटिका में फलों-फूलों का महत्त्व भी सब्जियों के बराबर होता है। अक्सर देखा गया है कि ऐसे समूह के लोग घर के सामने के भाग में लॉन व फूलों को और पीछे वाले भाग में सब्जियों, फलों आदि को उगाते हैं। जैसे-जैसे शिक्षा का स्तर बढ़ रहा है, वैसे-वैसे लोग गृह वाटिका के महत्त्व को समझने लगे हैं व इसके निर्माण एवं संभाल में रुचि रखने लगे हैं।
गमलों में कैसे उगाएं पौधे : छतों पर गमलों में पौधे आराम से उगाए जा सकते हैं। छतों पर गमले सीमेंट के बजाए प्लास्टिक या मिट्टी के हों तो छतों पर भार कम पड़ता है। गमलों के नीचे अगर पानी की निकासी के लिए ट्रे हो तो बेहतर होगा। छतों पर रखे जाने वाले गमलों की मिट्टी जितनी हल्की हो, उतना अच्छा। एक भाग दोमट मिट्टी, दो भाग गोबर की सड़ी हुई खाद, एक भाग रेत और आधा भाग नीम की खली का मिश्रण उत्तम है। आजकल बाजार में वर्मीकुलाइट और कोकोपीट भी उपलब्ध है। मिट्टी व रेत की मात्र आधी करके उनके बदले कोकोपीट व वर्मीकुलाइट का प्रयोग किया जा सकता है। इससे मृदा मिश्रण और हल्का हो जाएगा। छत पर सीधी धूप पड़ती है। इसलिए ऐसे पौधों का चयन करें जो कड़ी धूप ङोल सकते हैं। कुछ किस्मों के पौधे आसानी से छतों पर उगाए जा सकते हैं, जैसे कैक्टस व सेक्युलेंट गूदेदार पौधे, लेंटाना, फाइकस, बुगेनवीलिया, क्लोरफाइटम, जैब्रीना आदि। इनमें नियमित सिंचाई की आवश्यकता भी कम होती है।
छत पर सब्जियां : प्लास्टिक के कनस्तरों में सब्जियां आसानी से उगाई जा सकती हैं। सर्दियोंके मौसम में धनिया, पुदीना, प्याज, लहसुन, सलाद पत्ता, मूली, पालक, मेथी आसानी से कनस्तरों में उगाई जा सकती हैं। गर्मियों की सब्जियों में करेला, ग्वार, तोरी व लौकी की फसलें उगाई जा सकती हैं, पर गर्मियों की सब्जियों के लिए बड़े आकार के कनस्तरों की आवश्यकता होती है। यों तो छत पर लॉन का प्रचलन अभी कम है, पर धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। छत पर लॉन के लिए छत में पानी की निकासी, लीकेज न हो इसका प्रबंध और भार सह सकने की छत की क्षमता का ध्यान रखना आवश्यक है। लॉन में बहुत ही नियमित सिंचाई की आवश्यकता होती है। इस बात को ध्यान में रखकर ही छत पर लॉन लगाने का फैसला करें। लॉन का आकार छोटा ही रखें।
घर में उगने वाले खास हीलिंग हर्ब्स : हम अपने दैनिक जीवन में कई तरह के मसाले और हर्ब्स (औषधीय पौधे) इस्तेमाल करते हैं, जिनसे हमारे स्वास्थ्य को बहुत लाभ मिलता है। यहां हम बता रहे हैं कुछ ऐसे हर्ब्स के बारे में।
तुलसी
वह एक ऐसा हर्ब है, जो ज्यादातर घरों के आंगन में मिल जाता है। तुलसी का प्रयोग हमारे घरों में काफी पहले से होता आया है। वैसे ज्यादातर घरों में इसे उगाने के पीछे एक कारण इसका धार्मिक महत्त्व भी है, पर इसकी हीलिंग विशेषताओं के कारण भी इसे उगाने पर बल दिया जाता है। तुलसी को चाय के साथ पीने से सर्दी-जुकाम की समस्या में आराम मिलता है। कुछ नए अध्ययनों की बात मानें तो यह तनाव को भी दूर करने में उपयोगी है। इसके तेज एस्ट्रोजन वाले स्वाद और ताजगी भरी खुशबू से आपको तनाव से उबरने में मदद मिलती है।
हल्दी
जिस तरह भोजन को स्वादिष्ट बनाने में नमक आवश्यक होता है, ठीक उसी तरह हल्दी भी बहुत जरूरी है। चोटिल होने पर हल्दी वाला दूध पीने से न केवल सूजन कम होती है, बल्कि शरीर के भीतर खून भी जमा नहीं होता है। हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल विशेषताएं होती हैं, जो शरीर के भीतर संक्रमण को कम करने में मदद करती हैं।
अदरक
सर्दी की सुबह हो और गरमागरम अदरक वाली चाय मिल जाए तो बात ही क्या! अगर सफर के दौरान उल्टियां आती हैं तो अपने मुंह में अदरक का छोटा-सा टुकड़ा चूसें। इसके रस के प्रभाव के कारण बार-बार आने वाली उल्टियों का दौर बंद हो जाएगा। इसके अलावा गले के दर्द और खराश की समस्या में भी यह बहुत कारगर होता है।
लहसुन
लहसुन एक किस्म का ब्लड प्यूरीफायर है, जो रक्त को साफ करने में काफी मददगार है। एक नए अध्ययन के अनुसार, यह कैंसर की आशंकाओं को कम करने में भी सहायक होता है। खासतौर पर सर्दियों में तो लहसुन बहुत फायदा पहुंचाता है। हाथ, पैर और जोड़ों के दर्द के लिए भी लहसुन बहुत फायदेमंद है।