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बिहार में चार चरणों में चुनाव

चुनाव आयोग ने आखिरकार सोमवार को लोकसभा चुनावों का बिगुल फूंक दिया। चुनाव कुल पांच चरणों में कराये जाएंगे। पहले चरण का मतदान 16 अप्रैल को जबकि अंतिम चरण का मतदान 13 मई को कराया जाएगा। मतगणना 16 मई को...

 बिहार में चार चरणों में चुनाव
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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चुनाव आयोग ने आखिरकार सोमवार को लोकसभा चुनावों का बिगुल फूंक दिया। चुनाव कुल पांच चरणों में कराये जाएंगे। पहले चरण का मतदान 16 अप्रैल को जबकि अंतिम चरण का मतदान 13 मई को कराया जाएगा। मतगणना 16 मई को होगी। चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता भी तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। आम चुनाव के साथ ही तीन राज्यों-उड़ीसा, सिक्िकम और आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी साथ ही कराए जाएंगे।ड्ढr ड्ढr इसके अलावा सात राज्यों में विधानसभा उपचुनाव भी इसी दौरान कराए जाएंगे। पहले चरण में 16 अप्रैल को 124 सीटों पर, 23 अप्रैल को 141 सीटों पर, 30 अप्रैल को 107 सीटों पर, सात मई को 85 सीटों पर और पांचवें तथा अंतिम चरण में 13 मई को 86 सीटों पर मतदान कराया जाएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त एन. गोपालस्वामी ने निर्वाचन सदन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की। इस दौरान चुनाव आयुक्त नवीन चावला और एसवाई कुरैशी भी उपस्थित थे।ड्ढr ड्ढr मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि वर्तमान लोकसभा का कार्यकाल दो जून तक है इसलिए एक जून से पहले नई सरकार का गठन आवश्यक है। जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश में पांच चरणों में जबकि बिहार में चार चरणों में तथा महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में तीन चरणों में मतदान होगा। आंध्र प्रदेश, असम, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, उड़ीसा और पंजाब में दो चरणों में मतदान कराए जायेंगे। बाकी 15 राज्यों व सात केन्द्र शासित प्रदेशों में चुनाव एक चरण में ही होंगे।ड्ढr ड्ढr मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव में धनशक्ित के उपयोग को गंभीरता से लेन की चेतावनी देते दलों को अपने उम्मीदवारों को निर्धारित सीमा से अधिक खर्च नहीं करन की सलाह देन का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों को अपना चुनावी हिसाब-किताब रखना और उसका ब्योरा आयोग को देना अनिवार्य होगा। उन्होंने बताया कि चुनाव कार्यक्रम को अंतिम रूप देने से पहले सभी राजनीतिक दलों, राज्यों के मुख्य सचिवों और सरकार की विभिन्न एजेंसियों से बातचीत की गई। साथ ही इस दौरान केंद्रीय और राज्य स्तरीय शिक्षा बोडरें की ओर से आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं और पर्वों तथा अन्य छुट्टियों का भी ध्यान रखा गया है। नये परिसीमन के हिसाब से पहली बार लोकसभा चुनाव कराए जाएंगे। हालांकि यह नया परिसीमन लोकसभा की कुल 543 में से 4सीटों पर ही लागू है। आंध्र प्रदेश, असम, झारखंड, मणिपुर और नगालैंड में परिसीमन का काम पूरा नहीं हुआ है। चुनाव के दौरान सुरक्षा तथा प्रशासनिक कार्यों के लिए कुल 40 लाख सरकारी कर्मचारियों और पुलिस के करीब 21 लाख कर्मियों की सेवाएं ली जाएंगी।ड्ढr ड्ढr मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस बार 71 करोड़ से ज्यादा मतदाता मतदान में भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि 2004 के पिछले आम चुनाव के मुकाबले इस बार चार करोड़ तीस लाख मतदाता बढ़े हैं। 8 लाख 28 हजार 804 मतदान केन्द्र बनाए जाएंगे और सभी में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा। गोपालस्वामी ने बताया कि करीब 11 लाख मशीनों की जरूरत पड़ेगी और आयोग के पास साढ़े तेरह लाख मशीनें उपलब्ध हैं। साथ ही लोकसभा की 543 सीटों में से 522 के लिए फोटो पहचानयुक्त मतदाता सूची तैयार किया गया है।ड्ढr उन्होंने बताया कि निष्पक्ष चुनाव करान के लिए पूरे प्रबंध किये जा रहे हैं और आदर्श आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। दो मुख्य चुनाव आयुक्तों की देखरेख में होने वाला यह पहला आम चुनाव होगा। गोपालस्वामी का कार्यकाल 20 अप्रैल को पूरा हो रहा है । और उनके बाद चावला मुख्य चुनाव आयुक्त होंगे।

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