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एकल में सानिया से आस, पेस-भूपति का लक्ष्य है खिताब

भारतीय स्टार सानिया मिर्जा सोमवार से शुरू होने वाले आस्ट्रेलियाई ओपन में अब तक के अपने तीसरे राउंड के प्रदर्शन को सुधारने की कोशिश करेगी जबकि लिएंडर पेस और महेश भूपति की निगाहें अपने ग्रैंड स्लैम...

एकल में सानिया से आस, पेस-भूपति का लक्ष्य है खिताब
एजेंसीSun, 17 Jan 2010 06:51 PM
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भारतीय स्टार सानिया मिर्जा सोमवार से शुरू होने वाले आस्ट्रेलियाई ओपन में अब तक के अपने तीसरे राउंड के प्रदर्शन को सुधारने की कोशिश करेगी जबकि लिएंडर पेस और महेश भूपति की निगाहें अपने ग्रैंड स्लैम कैरियर में इस ट्राफी को शामिल करने पर लगी होंगी क्योंकि अभी तक वे इस खिताब से महरूम रहे हैं।

सोमदेव मुख्य ड्रा में जगह बनाने में असफल रहे, जिससे सानिया फिर से सत्र के पहले ग्रैंड स्लैम के एकल में भारतीय उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास करेगी। यह हैदराबादी सोमवार को पहले राउंड में अपने अभियान की शुरूआत विश्व की 27वें नंबर की खिलाड़ी और 26वीं वरीय फ्रांस की अरावाने रेजाई के खिलाफ करेगी।

सानिया पिछले साल यहां मिश्रित युगल में भूपति के साथ खिताब जीतकर भारत की पहली ग्रैंड स्लैम महिला विजेता बनने की उपलब्धि से प्रेरणा लेने की कोशिश करेगी। वह इस बार तीन प्रतिस्पर्धाओं, एकल महिला युगल और मिश्रित युगल में शिरकत करेगी, लेकिन दर्शकों की दिलचस्पी इस बात में रहेगी कि वह महिला एकल में कैसा प्रदर्शन करती है।

इस भारतीय स्टार ने 2008 में तीसरे राउंड में पहुंचकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। हालांकि उसका सामना पहले मुकाबले में मुश्किल खिलाड़ी अरावने से होगा, लेकिन अगर वह अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन करती है तो वह फ्रांसीसी की चुनौती को पस्त कर सकती है। पिछली बार इन दोनों की भिड़ंत मैड्रिड टूर्नामेंट में हुई थी, जिसमें फ्रांस की यह खिलाड़ी विजेता रही थी। सानिया ने 2006 में कोलकाता में अपनी पहली भिड़ंत में अरावने को परास्त किया था।

अनुभवी खिलाड़ी पेस और भूपति ने अपने शानदार कैरियर में बाकी तीनों ग्रैंड स्लैम खिताब हासिल किए हैं, लेकिन आस्ट्रेलियाई ओपन की एकमात्र पुरुष युगल ट्राफी है जो अभी तक उनके नाम नहीं हो पाई है। पेस और डलूही ने हार्डकोर्ट स्लैम के लिए बेहतरीन अभ्यास किया है और वे ब्रिसबेन टूर्नामेंट में उप विजेता रहे जबकि आकलैंड टूर्नामेंट में शुरू में बाहर हो गए थे।

भूपति और उनके नए जोड़ीदार बेलारूस के मैक्स मिर्नयी ग्रैंड स्लैम से पहले अभी एक साथ नहीं खेले हैं, लेकिन उन्हें सांमजस्य बिठाने में कोई समस्या नहीं होगी क्योंकि वे पहले भी जोड़ी बना चुके हैं और सफल रहे हैं। भूपति ने मिर्नयी के साथ अपना अंतिम पुरुष युगल ग्रैंड स्लैम 2002 में जीता था इसलिए वह उम्मीद लगाए होंगे कि दोबारा जोड़ी बनाने से उनका खिताबों का सूखा खत्म हो जाए।

सत्र के शुरूआती टूर्नामेंट चेन्नई ओपन में भूपति ने डेविस कप के साथी रोहन बोपन्ना से जोड़ी बनाई थी और उनका प्रदर्शन साधारण ही रहा क्योंकि वे दूसरे राउंड में बाहर हो गए थे।

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