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विदेशी पायलट बाहर करने की समयसीमा पर कंपनियों को राहत

विदेशी पायलटों को बाहर करने के मामले में घरेलू विमानन कंपनियों को राहत मिली है। माना जाता है कि नागर विमानन महानिदेशालय यानी डीजीसीए ने विदेशी पायलटों को बाहर करने की समय सीमा एक साल तक के लिए बढ़ा...

विदेशी पायलट बाहर करने की समयसीमा पर कंपनियों को राहत
एजेंसीSun, 17 Jan 2010 05:28 PM
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विदेशी पायलटों को बाहर करने के मामले में घरेलू विमानन कंपनियों को राहत मिली है। माना जाता है कि नागर विमानन महानिदेशालय यानी डीजीसीए ने विदेशी पायलटों को बाहर करने की समय सीमा एक साल तक के लिए बढ़ा दी है।

विमानन उद्योग के नियामक जीडीसीए ने घरेलू विमानन कंपनियों के लिए विदेशी पायलटों को बाहर करने की समय सीमा 31 जुलाई, 2010 निर्धारित की थी।

विमानन उद्योग के एक अधिकारी ने बताया कि डीजीसीए ने विदेशी पायलटों को बाहर करने के लिए हमें और समय दिया है। नियामक ने समय सीमा एक साल तक के लिए बढ़ा दी है।

इस समय पांच प्रमुख भारतीय विमानन कंपनियों, एयर इंडिया, जेट एयरवेज, किंगफिशर एयरलाइन्स, इंडिगो और स्पाइसजेट में 600 से अधिक विदेशी पायलट कार्यरत हैं।

उसने कहा कि समय सीमा बढ़ाया जाना दो कारणों से महत्वपूर्ण है़, पहला देश में प्रशिक्षित भारतीय पायटलों की भारी कमी है और दूसरा हाल ही में मांग बढ़ने के चलते कंपनियां क्षमता का विस्तार कर रही हैं।

अधिकारी ने कहा कि विमानन क्षेत्र के आर्थिक संकट से उबरने के साथ ही मांग बढ़ रही है और विमानन कंपनियों ने क्षमता बढ़ानी शुरू कर दी है।

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