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नहीं मालूम थी मुतालब की साजिशः ब्रिटेन

ब्रिटेन ने कहा है कि क्रिसमस के दिन अमेरिका के ड्रेटायट शहर जा रहे हवाई जहाज को उडाने की कोशिश करने वाले नाइजीरियाई युवक अब्दुल मुतालब की साजिश के बारे में देश की सुरक्षा एजेंसियों को पहले से कोई...

नहीं मालूम थी मुतालब की साजिशः ब्रिटेन
एजेंसीWed, 06 Jan 2010 10:26 AM
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ब्रिटेन ने कहा है कि क्रिसमस के दिन अमेरिका के ड्रेटायट शहर जा रहे हवाई जहाज को उडाने की कोशिश करने वाले नाइजीरियाई युवक अब्दुल मुतालब की साजिश के बारे में देश की सुरक्षा एजेंसियों को पहले से कोई जानकारी नहीं थी।

ब्रिटश गृहमंत्री एलेन जानसन ने मंगलवार को कहा कि इस संदिग्‍ध युवक के बारे में अमेरिका से कई जानकारियां साझा की गई थी लेकिन उसकी किसी खास योजना की कोई जानकारी नहीं मिली थी। घटना के बाद इंगलैंड सरकार पर सार्वजिनक रूप से यह बताने के लिए दबाव बढ़ गया कि उसे मुतालब के बारे में कितनी जानकारी थी और अमेरिका को कितना बताया गया। प्रधानमंत्री गार्डन ब्राउन के प्रवक्ता ने सोमवार को कहा था कि इस संबंध में कुछ जानकारियां अमेरिका से साझा की गई। इस बयान के बाद सवाल उठने लगे कि क्या अमेरिकी एजेंसियों ने पूर्व जानकारी के बावजूद सुरक्षा जांच में ढिलाई बरती।

जानसन ने देश की संसद को बताया कि दोनों देशों के बीच मोटे तौर पर जानकारियां साझा की गई थी और किसी खास साजिश की कोई आशंका नहीं थी। उन्होंने कहा कि किसी सूचना से ऐसा संकेत नहीं मिला कि मुतालब अमेरिका के खिलाफ हमले की योजना बना रहा था। वहीं ब्राउन के प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि ब्रिटेन द्वारा अमेरिका को दी गई कोई ऐसी जानकारी नहीं है, जिस पर कार्रवाई नहीं हुई हो।

इससे पहले ब्रिटश समाचार पत्र 'संडे टाइम्स' ने अधिकारियों के हवाले से कहा था कि मुतालब अपने लंदन प्रवास के दौरान उन इस्लामी आतंकवादियों के संपर्क में था जिनकी निगरानी देश की सुरक्षा सेवा एजेंसी 'एमआई 5' कर रही थी। पत्र के मुताबिक मुतालब की इन संदिग्ध गतिविधियों के विषय में कोई भी सूचना अमेरिकी अधिकारियों को नहीं दी गई थी।

खुफिया अधिकारियों को वर्ष 2005 से 2008 तक लंदन में पढ़ाई कर रहे मुतालब की गतिविधियों की जानकारी थी। हालांकि उसके किसी हिंसक आतंकवादी योजना की भनक इस दौरान नहीं लगी थी।

जानसन ने घोषणा की कि इस घटना के बाद से ही देश में सुरक्षा व्यवस्था पहले से ज्यादा कड़ी कर दी गई है और हीथ्रो हवाई अड्डे पर तीन हफ्ते के अंदर फुल बाडी स्कैनर लगा दिया जाएगा। हालांकि उन्होंने माना कि इस स्कैनर के बावजूद उन विस्फोटकों का पता लगा पाने की संभावना 50 प्रतिशत ही है जिनका प्रयोग मुतालब ने किया था।

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