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गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोच की कमी खल रही हैः धोनी

भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शुक्रवार को कहा कि टीम को गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोच की कमी खल रही है जिसके कारण मुख्य कोच गैरी कर्स्टन पर काम का बोझ बढ़ गया है। धोनी ने टीम के...

गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोच की कमी खल रही हैः धोनी
एजेंसीFri, 01 Jan 2010 09:35 PM
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भारतीय क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शुक्रवार को कहा कि टीम को गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोच की कमी खल रही है जिसके कारण मुख्य कोच गैरी कर्स्टन पर काम का बोझ बढ़ गया है।

धोनी ने टीम के त्रिकोणीय सीरीज के लिए बांग्लादेश रवाना होने की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा कि कर्स्टन के पास बहुत काम है और टीम वास्तव में गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोच की कमी महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि किसी हद तक इसका (टीम पर) प्रभाव पड़ रहा है। यदि आप खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन चाहते हैं तो आपको विशेषज्ञ कोच चाहिए। गैरी कई काम संभाल रहे हैं। वह सभी टीम बैठकों में भाग लेते हैं, बल्लेबाजों और गेंदबाजों से बात करते हैं और उसके बाद रणनीति तैयार करते हैं। उनके पास बहुत काम है।
 
धोनी ने कहा कि विशेषज्ञ गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोच होने से मदद मिलती है लेकिन यह प्रशासनिक मसला है। बीसीसीआई ने इंग्लैंड में टवंटी 20 विश्व कप और दक्षिण अफ्रीका में चैंपियन्स ट्राफी में टीम के लचर प्रदर्शन के बाद गेंदबाजी कोच वेंकटेश प्रसाद और क्षेत्ररक्षण कोच रोबिन सिंह को हटा दिया था और तभी से ये दोनों पद खाली पड़े हैं।

बीसीसीआई ने श्रीलंका के खिलाफ टवंटी 20 और वनडे सीरीज के दौरान थोड़े समय के लिए आस्ट्रेलियाई माइक यंग की सेवाएं ली थी लेकिन अब टीम के पास कोई क्षेत्ररक्षण कोच नहीं है। धोनी ने कहा कि माइक इस दौरे के लिए उपलब्ध नहीं रहेगा। उन्होंने मूल तकनीक पर जोर दिया और खिलाड़ियों को सिखाने में जल्दबाजी नहीं दिखाई क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि खिलाड़ी चोटिल हों। वह अब टीम से नहीं जुड़े रहेंगे लेकिन महत्वपूर्ण यही है कि टीम सहयोगी स्टाफ के साथ आगे बढ़े। खेल का कोई भी प्रारूप हो क्षेत्ररक्षण ऐसा विभाग है जो बहुत महत्वपूर्ण है।

भारतीय कप्तान ने स्वीकार किया कि टीम का क्षेत्ररक्षण स्तर बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिछली सीरीज में हमने कुछ कैच टपकाए। हम इसमें सुधार की कोशिश करेंगे। हमारे पास जो भी अच्छे क्षेत्ररक्षक हैं हम उन्हें दुनिया में सर्वश्रेष्ठ बनाने की कोशिश करेंगे क्योंकि इससे वास्तव में मदद मिलती है विशेषकर बीच के ओवरों में सर्किल के अंदर चार अच्छे क्षेत्ररक्षक काफी एक दो रन रोक सकते हैं।

धोनी ने इसके साथ ही माना कि गेंदबाजों को डेथ ओवर और धीमी ओवर गति जैसे मसलों से निबटना होगा। श्रीलंका के खिलाफ धीमी ओवर गति के कारण धोनी पर दो मैच का प्रतिबंध भी लगा था।

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