भारत के दोहरी नागरिकता पर इंकार से अप्रवासी भारतीय नाखुश
ब्रितानी नागरिकता पाए भारतीय अप्रवासियों ने भारत सरकार द्वारा उन्हें दोहरी नागरिकता दिए जाने से इंकार करने के फैसले को गलत बताया है। इस मुद्दे को लेकर यह अप्रवासी नागरिक भारतीय दूतावास के सामने...
ब्रितानी नागरिकता पाए भारतीय अप्रवासियों ने भारत सरकार द्वारा उन्हें दोहरी नागरिकता दिए जाने से इंकार करने के फैसले को गलत बताया है। इस मुद्दे को लेकर यह अप्रवासी नागरिक भारतीय दूतावास के सामने प्रदर्शन भी कर सकते हैं।
पिछले सप्ताह हाइली स्किल्ड माइग्रेंट्स परमिट (एचएसएमपी) फोरम और एसोसिएशन ऑफ माइग्रेंट्स ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर उनसे निवेदन किया था कि प्रधानमंत्री अप्रवासियों को दोहरी नागरिकता लेने की अनुमति दे दें। इस कदम से विदेशी नागरिकता प्राप्त भारतीयों को भारत के नागरिकों को मिलने वाली पूरी सुविधाएं भी मिलतीं।
एचएसएमपी फोरम के कार्यकारी निदेशक अमित कापड़िया ने कहा कि न केवल बाहर काम कर रहे भारतीय नागरिक बल्कि भारत में रह रहे उनके परिवार और मित्र भी चाहते हैं कि उन्हें भारतीय नागरिकता भी मिली रहे।
कापड़िया ने कहा कि दोहरी नागरिकता से इंकार करना न सिर्फ गलत फैसला है, बल्कि यह भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान भी है। अधिकतर लोकतांत्रिक देश अपने नागरिकों को दोहरी नागरिकता देते हैं।
फोरम के कार्यकारी सदस्य कुमारस्वामी ने कहा कि ब्रिटेन में बहुत से भारतीय इस फैसले से नाखुश हैं, लेकिन दुर्भाग्य से भारत सरकार ने इस मामले के समाधान के लिए कुछ नहीं किया है।