अब अलग अवध बनाने के लिए भी उठी आवाजें
उत्तर प्रदेश को चार टुकड़ों में विभाजित कर अलग बुंदेलखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और अलग पूर्वांचल राज्य बनाने की मांग के बाद अब अवध को अलग राज्य बनाने की बात भी शुरू हो गई है। अवध को अलग राज्य बनाने की...
उत्तर प्रदेश को चार टुकड़ों में विभाजित कर अलग बुंदेलखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और अलग पूर्वांचल राज्य बनाने की मांग के बाद अब अवध को अलग राज्य बनाने की बात भी शुरू हो गई है। अवध को अलग राज्य बनाने की मांग किसी और पार्टी ने नहीं बल्कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य अम्मार रिजवी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता रमेश दीक्षित ने उठाई है।
अवध को अलग राज्य बनाने की मांग को लेकर हुई बैठक के बाद डॉक्टर रिजवी ने कहा कि किताब 'आईने अकबरी' में अवध के 14 जिलों का जिक्र किया गया है। इसके अलावा बेगम हजरत महल ने भी अवध प्रांत का नक्शा बनाया था। 'आईने अकबरी' में बताए गए जिलों को शामिल करके अलग अवध राज्य का गठन किया जाना चाहिए।
अलग अवध राज्य की मांग पर लखनऊ में हुई बैठक में अवध के सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई। बैठक में बड़ी संख्या में किसानों, पेशेवर लोगों, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।