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रुख से पलटे चिरंजीवी, अखंड आंध्रप्रदेश के लिए दिया इस्तीफा

अपने रुख से पलटते हुए प्रजाराज्यम प्रमुख चिरंजीवी ने विधायक पद से इस्तीफा देने के साथ अखंड आंध्रप्रदेश का समर्थन करने की घोषणा की है। इससे पहले उनकी पार्टी अलग तेलंगाना राज्य का समर्थन कर रही...

रुख से पलटे चिरंजीवी, अखंड आंध्रप्रदेश के लिए दिया इस्तीफा
एजेंसीThu, 17 Dec 2009 03:11 PM
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अपने रुख से पलटते हुए प्रजाराज्यम प्रमुख चिरंजीवी ने विधायक पद से इस्तीफा देने के साथ अखंड आंध्रप्रदेश का समर्थन करने की घोषणा की है। इससे पहले उनकी पार्टी अलग तेलंगाना राज्य का समर्थन कर रही थी।

उन्होंने पार्टी मुख्यालय में एक भीड़ भरे संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों की इच्छा का सम्मान करते हुए प्रजाराज्यम पार्टी (पीआरपी) अखंड आंध्रप्रदेश का समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि हम सत्ता पर अखंडता सुनिश्चित करने का दबाव बनाएंगे।

उन्होंने कहा कि पार्टी में लंबी चर्चा के बाद हमने अखंड आंध्रप्रदेश का निर्णय किया, क्योंकि संयुक्त आंध्रप्रदेश ही पिछड़ेपन की समस्या का समाधान कर सकता है। रायलसीमा इलाके के तिरुपति से निर्वाचित चिरंजीवी ने मीडिया के सामने अपने त्यागपत्र पर दस्तखत किया और कहा कि इसे तुरंत विधानसभा अध्यक्ष किरण कुमार रेड्डी के पास भेजा जाएगा।

उन्होंने कहा कि अखंड राज्य के लिए पार्टी के रुख में परिवर्तन की नैतिक जिम्मेदारी मैं लेता हूं और इस्तीफा दे रहा हूं। अभिनेता से नेता बने चिरंजीवी की पार्टी के आंध्रप्रदेश विधानसभा में सदस्यों की संख्या 18 है, जिसमें दो तेलंगाना से है। उन्होंने कहा कि हमने इतने उन्माद की उम्मीद नहीं की थी और अखंड आंध्रप्रदेश का समर्थन करते हैं। इसलिए हमने संयुक्त आंध्रप्रदेश के समर्थन का निर्णय किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को तेलंगाना के निर्माण के एकतरफा फैसले की व्याख्या करनी चाहिए।

पिछले हफ्ते केंद्र सरकार द्वारा अलग तेलंगाना राज्य की घोषणा से पहले हैदराबाद में सर्वदलीय बैठक में प्रजा राज्यम ने कहा था कि अगर विधानसभा में तेलंगाना का प्रस्ताव लाया जाता है तो पार्टी उसका समर्थन करेगी । केंद्र की घोषणा के बाद उन्होंने अपने इस्तीफे की मांग को यह कहते हुए नकार दिया था कि पार्टी के नेता के तौर पर उन्हें राज्य के सभी क्षेत्रों के लोगों की भावनाओं का ख्याल रखना है।

चिरंजीवी ने कहा कि पिछले वर्ष अगस्त में उनकी पार्टी के गठन के समय तेलंगाना के समर्थन का रुख अपनाया गया था, क्योंकि अलग राज्य की मांग जोरों पर थी। उन्होंने कहा कि अब अखंड राज्य की मांग चरम पर है। राजनीतिक पार्टी के तौर पर हमें लोगों की इच्छा का सम्मान करना चाहिए और इसलिए हमने अखंड आंध्रप्रदेश के समर्थन में अपने रुख में परिवर्तन किया है।

उन्होंने कहा कि बंटवारे पर राज्य के विकास में अवरोध आएगा। चिरंजीवी ने कहा कि अलग राज्य के मुद्दे पर सभी संबंधित पक्षों से हमने विस्तत विचार-विमर्श किया। लेकिन बहुमत का विचार था कि विकास के मोर्चे पर छोटे राज्य पिछड़ जाते हैं क्योंकि संसाधन सीमित हो जाएंगे।

पीआरपी प्रमुख ने कहा कि वह उन जगहों पर जाएंगे, जहां लोग अखंड आंध्रप्रदेश के लिए भूख हड़ताल कर रहे हैं और समर्थन के लिए उनके साथ हड़ताल में सहयोग करेंगे। तेलंगाना इलाके में उनकी फिल्मों को नहीं दिखाने के कुछ वितरकों के निर्णय पर चिरंजीवी ने कहा कि यह क्षणिक क्रोध के कारण हो सकता है और इसको लेकर वह परेशान नहीं हैं।

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