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चालीस न सही बीस की दावेदारी

इस बार चार चालीस में भले न बदले लेकिन इसे बीस में बदलने की तैयारी जरूर है। इस बार के लोकसभा चुनाव में महिलाएं अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने के इरादे के साथ टिकट की लड़ाई में उतर गई हैं। इससे कई दलों...

 चालीस न सही बीस की दावेदारी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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इस बार चार चालीस में भले न बदले लेकिन इसे बीस में बदलने की तैयारी जरूर है। इस बार के लोकसभा चुनाव में महिलाएं अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने के इरादे के साथ टिकट की लड़ाई में उतर गई हैं। इससे कई दलों में हड़कंप है और नेतृत्व पर काबिज पुरुषों के माथे पर बल पड़ रहे हैं। ये अलग बात है कि हर बार की तरह इस बार भी राजनीतिक दल टिकटों का बंटवारा करते समय महिलाओं के दावे को नजरंदाज कर दें लेकिन इस बार वे हर मोर्चे पर यह बता देना चाहती हैं कि कहीं से भी उनका दावा पुरुषों के मुकाबले कमजोर नहीं है। अभी बिहार की चालीस लोकसभा सीटों में मात्र चार पर महिलाएं काबिज हैं।ड्ढr ड्ढr अब तक भाकपा और माकपा को छोड़कर और किसी भी दल ने अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। निहायत ही अफसोसनाक पहलू है कि भाकपा और माकपा की घोषित सूची में एक भी महिला उम्मीदवार का नाम नहीं है। वैसे भाकपा माले ने अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं की है लेकिन इस दल से चुनाव लड़ने के लिए जिन उम्मीदवारों के नाम की चर्चा हो रही है उसमें महिलाओं की संख्या अच्छी-खासी है। माकपा के दिवंगत विधायक अजीत सरकार की पत्नी माधवी सरकार इस दल से चुनाव लड़ सकती हैं। संभवत: माले उन्हें पूर्णिया से अपना उम्मीदवार बनाए। उनके अलावा मीना तिवारी, शशि यादव, सुशीला देवी और सरो चौबे के नाम की चर्चा हो रही है। राज्य में कांग्रेस कितनी सीटों से चुनाव लड़ेगी, यह तो अभी तय नहीं हुआ है लेकिन इस दल में चुनाव लड़ने की दावेदार महिलाओं की संख्या दर्जनों में हैं। इनमें पूर्व मंत्री वीणा शाही, विनिता विजय, पूनम शाही, सुनीला देवी और ज्योति शामिल हैं। जनता दल यू और भाजपा में भी अभी सीटों की शेयरिंग तय नहीं हो पाई है लेकिन इन दोनों दलों में भी कई महिलाएं अपनी दावेदारी जोर-शोर से पेश कर रही हैं। भाजपा से उषा विद्यार्थी तो पार्टी में प्रमुख दावेदार हैं ही, विधान पार्षद किरण घई के भी नाम की चर्चा चल रही है। जनता दल यू से सुचित्रा सिन्हा, रणू कुमारी और आशा देवी जसी नेताओं के दावे को खारिा कर पाना आसान नहीं होगा। इनके अलावा जिन महिलाओं के नाम की चर्चा है उनमें राज्य के गृह सचिव अफाल अमानुल्लाह की पत्नी परवीन अमानुल्लाह, अनीता सिन्हा और लवली आनन्द के भी नाम शामिल हैं।

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