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विद्रोहियों को सामरिक औजार न समझे पाकः ओबामा

अमेरिका ने पाकिस्तान को सोमवार को तल्ख भाषा में चेतावनी देते हुए कहा कि वह लश्कर-ए-तैयबा जैसे विद्रोहियों को रणनीतिक औजार के तौर पर इस्तेमाल करने की नीति छोड़े। इसके साथ पाक को चेतावनी भी दी कि अगर...

विद्रोहियों को सामरिक औजार न समझे पाकः ओबामा
एजेंसीMon, 30 Nov 2009 04:34 PM
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अमेरिका ने पाकिस्तान को सोमवार को तल्ख भाषा में चेतावनी देते हुए कहा कि वह लश्कर-ए-तैयबा जैसे विद्रोहियों को रणनीतिक औजार के तौर पर इस्तेमाल करने की नीति छोड़े।

इसके साथ पाक को चेतावनी भी दी कि अगर वह आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता तो अमेरिका इसके सफाए के लिए कोई भी साधन अपनाने को मजबूर हो सकता है।

मीडिया में आई खबरों में कहा गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष आसिफ अली जरदारी को पत्र लिख कर यह कड़ा संदेश दिया है। इस संदेश में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिए भी कहा गया है।

दो पन्नों के इस पत्र में यह भी पेशकश की गई है कि पाकिस्तान अगर अमेरिकी इच्छा के अनुसार काम करता है तो अतिरिक्त सैन्य और आर्थिक सहयोग के अलावा पकिस्तान के साथ सामरिक भागीदारी बढ़ेगी।

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अवकाश प्राप्त जनरल जेम्स जॉन ने ओबामा की यह चिट्ठी इस महीने की शुरुआत में अपनी पाक यात्रा के दौरान जरदारी को सौंपी थी।
 अपने पत्र में ओबामा ने पाकिस्तान को चेताते हुए यह भी कहा है कि अपनी नीतियों को प्राप्त करने के लिए विद्रोही संगठनों का इस्तेमाल करने की पाकिस्तान की प्रवृति जारी नहीं रह सकती। ओबामा ने सभी चरमपंथी समूहों के साथ संपर्क समाप्त करने की भी बात उसमें कही गई है।

ओबामा ने अपने पत्र में पांच ऐसे समूहों का नाम लिया है। इनमें अल कायदा, अफगान तालिबान, द हक्कानी नेटवर्क, लश्कर-ए-तैयबा और तहरीक-ए-तालिबान शामिल है। वाशिंगटन पोस्ट में छपी खबरों में कहा गया है, अस्पष्ट कूटनीतिक भाषा का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने कहा है कि उनमें से किसी के साथ भी पाकिस्तान के संदिग्ध संबंध का लंबे समय तक अनदेखी नहीं की जा सकती है।

दैनिक में कहा गया है कि जोन्स ने शीर्ष पाकिस्तानी नेतृत्व के साथ सीधे तौर पर बातचीत की। अगर पाकिस्तान उनके खिलाफ कार्रवाई नही करता है तो अमेरिका ने पाकिस्तान को चेताते हुए कहा है कि उसकी पश्चिमी और अफगानिस्तान सीमा से लगाने वाली दक्षिणी क्षेत्र से आतंकवाद के सफाए के लिए किसी भी साधन का इस्तेमाल करने के लिए मजबूर होगा।

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