फिका ने आईसीसी से कहा, एफटीपी पुराना सिद्धांत
फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल किकेटर्स एसोसिएशन (फिका) का मानना है कि भविष्य का दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) पुराना सिद्धांत बन गया है और आईसीसी को बेमतलब के मैचों की बढ़ती संख्या में कमी लाने के लिए अपने...
फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल किकेटर्स एसोसिएशन (फिका) का मानना है कि भविष्य का दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) पुराना सिद्धांत बन गया है और आईसीसी को बेमतलब के मैचों की बढ़ती संख्या में कमी लाने के लिए अपने कार्यक्रम का ढांचा नई तरह से तैयार करना होगा।
फिका के अध्यक्ष टिम मे ने आईसीसी को पत्र लिखकर कहा है कि हमारा मानना है कि द्विपक्षीय तदर्थ सीरीजों का पिछली सदी का क्रिकेट ढांचा पुराना पड़ता जा रहा है और यह क्रिकेट की बदलती दुनिया से सामंजस्य बिठाने में अक्षम है। द आस्ट्रेलियन के अनुसार मे ने कहा कि फिका का मानना है कि अगले दस वर्षों में एफटीपी का ढांचा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को जीवित और इसकी प्राथमिकता बनाए रखने के लिए अहम होगा।
मे ने कहा कि बेमतलब की क्रिकेट बहुत अधिक हो रही है और करोड़ों डालर के आईपीएल के लिए (एफटीपी में) कोई जगह नहीं है। प्रमुख खिलाड़ियों पर खतरनाक तरीके से काम का बोझ बढ़ रहा है। फिका का मानना है आईसीसी को अधिक यथार्थ कार्यक्रम तैयार करने और इसमें वार्षिक टेस्ट व वनडे फाइनल्स सीरीज शामिल करने के लिए सलाहकारों की मदद से हाल में मंजूर किए गए अपने भविष्य के दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) को फिर से तैयार करना चाहिए। आईसीसी अभी 2012 के बाद के एफटीपी को अंतिम रूप देने में व्यस्त है।