मंदी ने लीले 500 खरब डॉलर
वैश्विक मंदी के चलते दुनियाभर को 500 खरब डॉलर की वित्तीय परिसंपत्तियों का नुकसान उठाना पड़ा है। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) द्वारा जारी एक अध्ययन रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक वित्तीय संकट से एशिया...
वैश्विक मंदी के चलते दुनियाभर को 500 खरब डॉलर की वित्तीय परिसंपत्तियों का नुकसान उठाना पड़ा है। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) द्वारा जारी एक अध्ययन रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक वित्तीय संकट से एशिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। वर्ष 2008 के दौरान एशिया के विकासशील देशों में ही खरब डॉलर की हानि दर्ज की गई, जो एक वर्ष के सकल घरेलू उत्पाद (ाीडीपी) के बराबर है। अध्ययन में कहा गया है कि वित्तीय संकट से एशिया की अर्थव्यवस्थाएं विश्व के अन्य हिस्सों के मुकाबले सर्वाधिक प्रभावित हुई हैं क्योंकि इस समय इनमें तेज विकास हो रहा था। वर्ष 2007 में विकासशील एशिया के देशों में कुल घरेलू उत्पाद में वित्तीय परिसंपत्तियों की कीमतों में 370 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई थी जबकि वर्ष 2003 में यह 250 प्रतिशत तक की थी। लैटिन अमेरिकी देशों में यह वृद्धि केवल 30 प्रतिशत रही इसलिए वित्तीय संकट से उसकी वित्तीय परिसंपत्तियों में केवल 21 खरब डॉलर का नुकसान हुआ। बैंक के अनुसार वर्ष 10-31 की मंदी के बाद से यह सर्वाधिक भीषण संकट है जिससे विश्व का कोई भी हिस्सा अछूता नहीं बचा है।