फोटो गैलरी

Hindi Newsमुंबई हमलावरों पर कार्रवाई बेहद जरूरीः ओबामा

मुंबई हमलावरों पर कार्रवाई बेहद जरूरीः ओबामा

अमेरिका ने बुधवार को पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाते हुए मुंबई हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई को अत्यंत आवश्यक बताया और कहा कि पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान में आतंकवाद की पनाहगाहों को खत्म करने के लिए...

मुंबई हमलावरों पर कार्रवाई बेहद जरूरीः ओबामा
एजेंसीWed, 25 Nov 2009 10:53 AM
ऐप पर पढ़ें

अमेरिका ने बुधवार को पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाते हुए मुंबई हमलों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई को अत्यंत आवश्यक बताया और कहा कि पाकिस्तान तथा अफगानिस्तान में आतंकवाद की पनाहगाहों को खत्म करने के लिए ठोस और विश्वसनीय कदम उठाने की जरूरत है।

अपनी रणनीतिक साक्षेदारी का नया दौर शुरू करने जा रहे भारत और अमेरिका ने आतंकवाद से प्रभावी ढंग से निपटने की कोशिशों को और बढ़ाने का संकल्प लेते हुए विशेषकर सूचनाओं को साझा करने तथा क्षमता निर्माण के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिये सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये।

अपनी 90 मिनट की बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा आतंकवाद तथा जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए परस्पर सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए। दोनों नेताओं ने शिक्षा, स्वास्थ्य तथा कृषि क्षेत्र में भी नए द्विपक्षीय कदम उठाने का निर्णय लिया।

दोनों पक्षों ने विश्वविद्यालय स्तर पर संपर्क बढ़ाने के लिये सिंह-ओबामा 21वीं शताब्दी ज्ञान पहल और फुलब्राइट नेहरू कार्यक्रम का विस्तार करने पर सहमति जताई। यह फैसला भी किया गया कि स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के प्रयासों के तौर पर भारत में रीजनल ग्लोबल डिसीज डिटेक्शन सेंटर स्थापित किया जाए। स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन के संबंध में भी एक पहल का ऐलान किया गया।


सिंह और ओबामा ने जोर देकर कहा कि भारत और अमेरिका की भागीदारी वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए आवश्यक है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनका देश एक स्थिर और खुशहाल भारत को विश्व मामलों में लगातार महत्वपूर्ण भूमिका निभाते देखने के प्रति आशान्वित है। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध 21 शताब्दी में रिश्तों की परिभाषा बनेंगे।

मुंबई हमलों की पहली बरसी से दो दिन पहले हुई मुलाकात में दोनो नेताओं ने इस मामले में चल रही प्रगति पर विचार किया। इस दौरान भारत ने इस बात पर निराशा जताई कि पाकिस्तान मुंबई हमलों के सिलसिले में पकड़े गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में तेजी और संजीदगी नहीं दिखा रहा है।

एक बार फिर हमलों की भर्त्सना करते हुए ओबामा ने मनमोहन की इस बात का समर्थन किया कि आतंकी हमलों की साजिश रचने वालों को कानून के दायरे में लाना अत्यंत आवश्यक है। मनमोहन ने हमलों की जांच में अमेरिका द्वारा दी गई सहायता के लिए ओबामा को धन्यवाद दिया।

बातचीत के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनो नेताओं ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान में आतंकवादियों की पनाहगाह नष्ट करने की साक्षा राय जाहिर की।
उन्होंने भारत के पड़ोस से उभरे हिंसक उग्रवाद और आतंकवाद के खतरे पर गहरी चिंता प्रकट की, जिसका असर उस क्षेत्र से आगे भी महसूस किया गया है।

दोनों नेता इस बात पर सहमत थे कि क्षेत्र और दुनियाभर की सुरक्षा और स्थायित्व के लिए खतरा बन चुके आतंकवादियों और उनकी गतिविधियों को पनाह देने वाले स्थानों को समाप्त करने की दिशा में ठोस और प्रभावी कदम उठाए जाने चाहिए।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें