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वैश्विक नेता के रूप में भारत का उदय अदभुत: बिडेन

अमेरिकी उपराष्ट्रपति जो बिडेन ने बुधवार को भारत-अमेरिका परमाणु करार को दोनों देशों के आपसी संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम बताते हुए वैश्विक नेता के रूप में भारत के उदय को अदभुत...

वैश्विक नेता के रूप में भारत का उदय अदभुत: बिडेन
एजेंसीWed, 25 Nov 2009 10:27 AM
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अमेरिकी उपराष्ट्रपति जो बिडेन ने बुधवार को भारत-अमेरिका परमाणु करार को दोनों देशों के आपसी संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम बताते हुए वैश्विक नेता के रूप में भारत के उदय को अदभुत बताया।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मान में आयोजित भोज में बिडेन ने कहा देशों के समुदाय के बीच भारत का एक नेता के रूप में उदय अदभुत तथा ऐतिहासिक है और हम इसका तहेदिल से स्वागत करते हैं।

उन्होंने कहा मैं और विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन भारत-अमेरिका के रिश्तों की अहमियत समझते हैं और भारत के नेतृत्व को गर्मजोशी से स्वीकार करते हैं। एक सीनेटर के रूप में भारत-अमेरिका परमाणु करार को पारित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाले बिडेन ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और जॉर्ज डब्ल्यू बुश के बाद अब मौजूदा राष्ट्रपति बराक ओबामा भी इस पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इस संबंध को मजबूत करने के लिए वह न सिर्फ दिमाग से बल्कि दिल से भी काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा असैन्य परमाणु सहयोग के लिए हुआ ऐतिहासिक समझौता अमेरिका-भारत संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अब दोनों देश एक-दूसरे के पहले से ज्यादा करीब हैं। अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने परमाणु करार के मामले में मनमोहन द्वारा दिखाई गई नेतृत्व क्षमता की भी तारीफ की।

बिडेन ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मनमोहन के बारे में कहा कि आपने कुछ जोखिम लिए। इस मुद्दे पर सरकार में मतभेद होने के बीच समझौते को आगे बढ़ाने के लिए जीवट भरे नेतृत्व की जरूरत थी। ऐसा साहस और क्षमता दिखाने के लिए आप बधाई के पात्र हैं।

उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्तों को दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों का आपसी बंधन माना जाता है। 21वीं सदी में यह रिश्ता और मजबूत होगा।

बिडेन ने मनमोहन की तरफ मुखातिब होकर कहा, "श्रीमान प्रधानमंत्री, जैसा कि आपने राष्ट्रपति (ओबामा) से जिक्र किया, ये रिश्ते अनेकता में एकता, सहिष्णुता, विविधता और लोकतंत्र जैसी साझा परंपराओं की बुनियाद पर बने हैं।"

अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और उनके भारतीय समकक्ष एसएम कृष्णा के बीच शुरू हुई रणनीतिक बातचीत का जिक्र करते हुए बिडेन ने कहा कि भारत और अमेरिका न सिर्फ पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा एक-दूसरे के साथ हैं, बल्कि उनका इरादा अपने रिश्तों के जरिए वैश्विक प्रभाव डालने का भी है।

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