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जीत गयी ममता, काम आयीं दुआए ं

मेहुल कुमार विश्वकर्मा के साथ होली वाले दिन जो कुछ हुआ उसने झारखंड के ही सुप्रतिम दत्ता के जज्बे और एम्स के डॉक्टरों के हौसले की यादें एक बार फिर ताजा करा दीं।ड्ढr सुप्रतिम की तरह ही मेहुल के शरीर...

 जीत गयी ममता, काम आयीं दुआए ं
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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मेहुल कुमार विश्वकर्मा के साथ होली वाले दिन जो कुछ हुआ उसने झारखंड के ही सुप्रतिम दत्ता के जज्बे और एम्स के डॉक्टरों के हौसले की यादें एक बार फिर ताजा करा दीं।ड्ढr सुप्रतिम की तरह ही मेहुल के शरीर में भी रॉड आर-पार हो गया था। लेकिन रिम्स के डॉक्टरों की मेहनत, मां की ममता व लोगों की दुआएं रंग लायीं और यह मासूम अब खतर से बाहर है। चंदवा, टोरी के रहनेवाले मेहुल के माता-पिता हाारीबाग स्थित पटिया, बड़ी बाजार में मेहुल की ननिहाल होली मनाने आये थे। सुबह नौ बजे छत पर खेल रहा मेहुल अचानक पैर फिसलने से घर के पिछवाड़े एक निर्माणाधीन भवन के रॉड लगे पिलर पर जा गिरा। पिलर से निकला चार फीट का 12 मिमी चौड़ाई वाली रॉड उसके शरीर से आरपार हो गया। गिरने की आवाज सुनकर वहां पहुंचे मेहुल के परिानों ने उसकी हालत देखी तो कलेजा ही मुंह को आ गया। उसे तत्काल हाारीबाग सदर अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने प्राथमिक चिकित्सा के बाद रिम्स रफर कर दिया। करीब 11 बजे मेहुल रिम्स पहुंचा। यहां इमरोंसी में तैनात डॉ संदीप कुमार अग्रवाल, डॉ मेघराज कुंदन, डॉ शकूर और डॉ खेकाराम ने तुरंत ऑपरशन की तैयारी की। 11.15 बजे ऑपरशन शुरू हुआ। करीब चार घंटे तक ऑपरशन कर मेहुल के पेट से रॉड निकाल दिया गया।ड्ढr रॉड घुसने से मेहुल के पैनक्रियाज व लीवर में भी चोट आयी थी। ऑपरशन कामयाब रहा और फिलहला मेहुल को पोस्ट ऑपरटिव केयर दी जा रही है। डॉक्टरों के मुताबिक, अब उसकी स्थिति खतर से बाहर है। सुप्रतिम की तरह ही मेहुल के शरीर में भी रॉड आर-पार हो गया था। लेकिन रिम्स के डॉक्टरों की मेहनत, मां की ममता व लोगों की दुआएं रंग लायीं और यह मासूम अब खतर से बाहर है। चंदवा, टोरी के रहनेवाले मेहुल के माता-पिता हाारीबाग स्थित पटिया, बड़ी बाजार में मेहुल की ननिहाल होली मनाने आये थे। सुबह नौ बजे छत पर खेल रहा मेहुल अचानक पैर फिसलने से घर के पिछवाड़े एक निर्माणाधीन भवन के रॉड लगे पिलर पर जा गिरा। पिलर से निकला चार फीट का 12 मिमी चौड़ाई वाली रॉड उसके शरीर से आरपार हो गया। गिरने की आवाज सुनकर वहां पहुंचे मेहुल के परिानों ने उसकी हालत देखी तो कलेजा ही मुंह को आ गया। उसे तत्काल हाारीबाग सदर अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने प्राथमिक चिकित्सा के बाद रिम्स रफर कर दिया। करीब 11 बजे मेहुल रिम्स पहुंचा। यहां इमरोंसी में तैनात डॉ संदीप कुमार अग्रवाल, डॉ मेघराज कुंदन, डॉ शकूर और डॉ खेकाराम ने तुरंत ऑपरशन की तैयारी की। 11.15 बजे ऑपरशन शुरू हुआ। करीब चार घंटे तक ऑपरशन कर मेहुल के पेट से रॉड निकाल दिया गया।ड्ढr रॉड घुसने से मेहुल के पैनक्रियाज व लीवर में भी चोट आयी थी। ऑपरशन कामयाब रहा और फिलहला मेहुल को पोस्ट ऑपरटिव केयर दी जा रही है। डॉक्टरों के मुताबिक, अब उसकी स्थिति खतर से बाहर है।

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