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Hindi Newsहर आतंकवादी संगठन में है आईएसआई की पैठ: मुशर्रफ

हर आतंकवादी संगठन में है आईएसआई की पैठ: मुशर्रफ

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने आतंकवादी कार्रवाईयों के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने के भारत के संदेहों की एक तरह से पुष्टि करते हुए स्वीकार किया है कि देश की खुफिया एजेंसी आईएसआई की हर...

हर आतंकवादी संगठन में है आईएसआई की पैठ: मुशर्रफ
एजेंसीMon, 09 Nov 2009 01:24 PM
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पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने आतंकवादी कार्रवाईयों के पीछे पाकिस्तान का हाथ होने के भारत के संदेहों की एक तरह से पुष्टि करते हुए स्वीकार किया है कि देश की खुफिया एजेंसी आईएसआई की हर आतंकवादी संगठन में पैठ है और अपने हित के लिए वह इसका उपयोग करती है।

सीमा पार आतंकवादी घटनाओं में इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का हाथ होने से हमेशा पल्ला क्षाड़ने वाले पाकिस्तान का खंडन करते हुए मुशर्रफ ने कहा कि देश की खुफिया एजेंसी के प्रभाव के पीछे भी यही पैठ है।

मुशर्रफ ने कहा कि हमेशा हर समूह में आईएसआई की पैठ रही है। यही दक्षता है, जिससे कि वह सभी संगठनों पर अपना प्रभाव जमा सके। सीएनएन को दिये साक्षात्कार में मुशर्रफ ने माना कि उनकी यह पैठ जिसका यह अर्थ नहीं कि वे उनका समर्थन कर रहे हैं लेकिन यह प्रभावी पैठ है। आपकी पैठ होनी चाहिए, जिससे कि आप सभी संगठनों पर प्रभाव जमा सके।

आईएसआई के अब भी आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध होने पर अमेरिकी नेताओं के बयानों पर पूछे गये एक प्रश्न का मुशर्रफ जवाब दे रहे थे।

मुशर्रफ ने कहा कि बहरहाल आईएसआई आतंकवादी संगठनों का समर्थन नहीं कर रही है । उन्होंने कहा कि आईएसआई आतंकवादियों का समर्थन नहीं करती। यह सरकार की नीति नहीं है। यह सैन्य नीति में भी शामिल नहीं है। बहरहाल उनकी पैठ है।

मुशर्रफ ने आरोप लगाया कि अफगान खुफिया एजेंसी, सरकार और राष्ट्रपति भारतीय खुफिया एजेंसियों के प्रभाव में हैं और उनके पास इसके दस्तावेजी साक्ष्य हैं। भारत ने पाकिस्तान के आरोपों को खारिज किया है कि वह अफगानिस्तान में किसी उपद्रव में किसी प्रकार से शामिल है।

अफगान तालिबान के प्रमुख मुल्ला उमर के पाकिस्तान के शहर क्वेटा में मौजूदगी के संबंध में उन्होंने कहा कि अफगान खुफिया एजेंसी पूरी तरह से भारतीय खुफिया एजेंसी के प्रभाव में है। हमें यह पता है।

वर्तमान में लंदन में रह रहे मुशर्रफ ने आरोप लगाया कि मैं जो कुछ भी कह रहा हूं, पहली बार नहीं कह रहा। मैंने सभी को दस्तावेजी साक्ष्य दिए हैं। इस संबंध में दस्तावेजी साक्ष्य हैं। हमें भारतीय खुफिया एजेंसियों और अफगान एजेंसी के बीच सहयोग की जानकारी है।

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