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Hindi News ‘धोनी ड्रेसिंग रूम को मैनेज करने में सफल’

‘धोनी ड्रेसिंग रूम को मैनेज करने में सफल’

भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तान माने जाने वाले नवाब मंसूर अली खा पटौदी ने यहां कहा कि ‘ड्रेसिंग रूम पॉलिटिक्स’ को मैनेज करने में महेन्द्र सिंह धोनी सबसे सफल कप्तान साबित हो रहे हैं। भारतीय...

 ‘धोनी ड्रेसिंग रूम को मैनेज करने में सफल’
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तान माने जाने वाले नवाब मंसूर अली खा पटौदी ने यहां कहा कि ‘ड्रेसिंग रूम पॉलिटिक्स’ को मैनेज करने में महेन्द्र सिंह धोनी सबसे सफल कप्तान साबित हो रहे हैं। भारतीय क्रिकेट में टाइगर की उपाधि प्राप्त करने वाले पूर्व कप्तान पटौदी ने यहां विशेष चर्चा में कहा कि उनके समय भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों में ड्रेसिंग रूम पॉलिटिक्स न के बराबर होती थी, लेकिन कुछ वर्षो से भारतीय क्रिकेटरों में ड्रेसिंग रूम पॉलिटिक्स अत्यधिक बढ़ गयी है। उन्होंने कहा कि इस पॉलिटिक्स को वर्तमान कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने कुशलता के साथ मैनेज किया है। उन्होंने कहा कि हमारे समय में टीम में एक या दो खिलाड़ी ही कप्तान बनने के दावेदार होते थे इसलिए यह पॉलिटिक्स नहीं होती थी, लेकिन मौजूदा हालात में टीम में कप्तानी के अनेक दावेदार होने से ड्रेसिंग रूम पॉॅलिटिक्स बढ़ गयी है। पटौदी ने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के इस कथन का समर्थन किया कि मौजूदा भारतीय टीम अब तक की टीमों में सबसे ताकतवर टीम है। उन्होंने कहा कि वर्तमान टीम की बल्लेबाजी काफी सशक्त है जो कि इतनी पहले कभी नहीं रही है। धोनी को चतुर कप्तान बताते हुए पटौदी ने कहा कि धोनी की इसी विशेषता के कारण भारत एक के बाद एक उपलब्धि हासिल कर रहा है। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि लंदन में काउंटी क्रिकेट खेलने के कारण तत्कालीन भारतीय टीम के खिलाड़ियों को आक्रामक क्रिकेट खेलने के लिए प्रोत्साहित किया था। जिससे दर्शकों को मनोरंजक क्रिकेट देखने को मिलने लगा था। नवाब पटौदी ने कहा कि क्रिकेट के नए स्वरूप का ट्वेंटी-20 मुख्य मकसद दर्शकों का मनोरंजन करना है, लेकिन किसी भी क्रिकेटर की प्रतिभा की असली पहचान टेस्ट क्रिकेट में ही होती है। उनकी नजर में टेस्ट क्रिकेट ही असली क्रिकेट है।

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