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नेकी के लिए कार रैली

भारत में प्रतिवर्ष ब्रेस्ट कैंसर के मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज की ज रही है। हालांकि पश्चिमी देशों की तुलना में भारत में ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों की संख्या कम है, लेकिन फिर भी प्रतिवर्ष एक लाख मरीज नए...

नेकी के लिए कार रैली
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 07 Oct 2009 12:20 PM
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भारत में प्रतिवर्ष ब्रेस्ट कैंसर के मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज की ज रही है। हालांकि पश्चिमी देशों की तुलना में भारत में ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों की संख्या कम है, लेकिन फिर भी प्रतिवर्ष एक लाख मरीज नए सामने आ रहे हैं। इनमें करीब चालीस हजर की मौत इलाज और जगरूकता के अभाव में हो जती है। महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जगरूक करने के उद्देश्य से गांधी जयंती (2 अक्तूबर) को नई दिल्ली के साकेत स्थित डीएलएफ मॉल से आगरा तक एक महिला कार रैली का आयोजन किया गया। रैली में हिस्सा लेनी वाली 60 महिलाओं में से 10 को किसी न किसी तरह का कैंसर रहा है। रैली से पूर्व इसमें हिस्सा ले रहे प्रतियोगियों का परिचय कराया गया। रैली को फ्लैग ऑफ करने से पहले हिंदुस्तान टाइम्स मीडिया समूह की चेयरपर्सन शोभना भरतिया ने कहा कि हमारे देश में ब्रेस्ट कैंसर एक बड़ी समस्या बन कर उभर रहा है। रैली का आयोजन एक अच्छा कदम है। उन्होंने कहा, ये रैलियां मेट्रो शहरों के साथ-साथ छोटे शहरों और कस्बों में भी कराई जनी चाहिए, ताकि ग्रामीण महिलाएं भी ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जगरूक हो सकें। रैली का आयोजन ब्रेस्ट कैंसर प्रोटेक्शन फोरम द्वारा किया गया था।

इस मौके पर अपोलो अस्पताल की डॉ. रमेश सरीन ने कहा कि तेज रफ्तार जिंदगी के साथ तालमेल के चक्कर में महिलाएं स्वयं के स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देतीं। खानपान में फास्ट फूड की अधिकता और पर्याप्त नींद न लेना महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर को आमंत्रण देता है। उन्होंने मीडिया और कॉल सेंटर में कार्यरत लड़कियां को 30 साल से पहले शादी करने और मां बनने की सलाह दी। उन्होंने कहा, इसके बाद शादी करने और मां बनने के कारण महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।

ब्रेस्ट कैंसर प्रोटेक्शन फोरम के चेयरपर्सन डॉक्टर कर्नल सीएस पंत ने कहा कि ब्रेस्ट कैंसर के 10 फीसदी मामले जेनेटिक होते हैं। उन महिलाओं या लड़कियों को कैंसर होने की ज्यादा संभावना होती है, जिनके परिवार में किसी सदस्य को ब्रेस्ट कैंसर रह चुका है। यदि परिवार में किसी को कैंसर हो चुका है तो प्रत्येक महिला को हर साल चेकअप कराते रहना चाहिए। उन्होंने महिलाओं को स्वयं भी घर पर ब्रेस्ट कैंसर की जंच करने को कहा। उन्होंने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर केवल महिलाओं ही नहीं, पुरुषों को भी हो सकता है। इस दौरान ब्रेस्ट कैंसर पीड़ित महिलाओं ने अपने अनुभव भी सुनाए।

ओवरऑल रैली विजेता (ड्राइवर महिला, नेवीगेटर पुरुष)
प्रथम- डॉ. माया मोदी, द्वितीय- अपराजिता कोखा, तृतीय- गौरी गुप्ता
वुमैन टीम विनर (ड्राइवर और नेवीगेटर दोनों महिला)
प्रथम- रजिया ग्रोवर, द्वितीय- तान्या अग्रवाल, तृतीय- जस्टिना परमाबालोथ

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