दिल्ली में 5000 करोड़ के हवाला रैकेट का भंडाफोड़
भारतीय प्रवर्तन निदेशालय ने करीब 5000 करोड़ रुपये के हवाला नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। इसे दुनिया में सबसे बड़ा हवाला रैकेट माना जा रहा है। प्रवर्तन निदेशालय ने इस पूरे मामले के सूत्रधार नरेश चंद्र...
भारतीय प्रवर्तन निदेशालय ने करीब 5000 करोड़ रुपये के हवाला नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। इसे दुनिया में सबसे बड़ा हवाला रैकेट माना जा रहा है। प्रवर्तन निदेशालय ने इस पूरे मामले के सूत्रधार नरेश चंद्र जैन के अंडरवर्ल्ड और अल-कायदा व अन्य आतंकी संगठनों से संपर्क की जांच पड़ताल भी शुरू कर दी है। प्रवर्तन निदेशालय नरेश चंद्र जैन को गैरविवादित रूप से दुनिया का हवाला किंग करार दे रहा है।
प्रवर्तन निदेशालय के एक शीर्ष अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, जैन ने छह माह पहले ही दुबई से नई दिल्ली आकर यहां अपना ठिकाना बनाया था। हमें सूचना मिली है कि वह दुनियाभर में अंडरवर्ल्ड और ड्रग माफिया को वित्तीय मदद देता रहा है। फिलहाल राजस्व खुफिया विभाग (डीआरई) तथा राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को अंडरवर्ल्ड और आतंकवादी संगठनों से उसके संबंध की जांच के बाबत सूचनाएं देने की प्रक्रिया जारी है।
निदेशालय नरेश चंद्र जैन के अलावा उसके दो भाइयों बिमल जैन और सतपाल जैन की भूमिका की भी जांच कर रहा है। इस मामले में टिप्पणी के लिए जैन या उसके भाइयों से संपर्क नहीं हो सका है। विदेशी मुद्रा नियमन कानून के उल्लंघन के मामले में जैन के खिलाफ जांच करने वाले प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को उनके दिल्ली स्थित आठ ठिकानों पर छापे मारे। इस दौरान 60 लाख रुपये नकदी और तमाम अहम दस्तावेज बरामद हुए हैं जिसमें उनके विदेशी बैंक खातों, अकूत निवेश के ब्योरे के अलावा तमाम हवाला भुगतानों से जुड़ी रसीदें भी शामिल हैं।
जैन की गिरफ्तारी होना अभी बाकी है लेकिन प्रवर्तन निदेशालय की दस विभिन्न टीमों द्वारा उनसे गहन पूछताछ की जा चुकी है। छापेमारी के दौरान निदेशालय के अधिकारियों को एक ऐसी सूची भी मिली है जिसमें देश की तमाम बड़ी हस्तियों के नाम हैं। लेकिन एजेसी फिलहाल जैन से संबंध रखने वाले ऐसे नामी लोगों के बारे में कोई खुलासा नहीं कर रही है।