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2029 तक मनुष्य होगा अमर!

भविष्यवादी अमेरिकी वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि नैनो प्रौद्योगिकी और शरीर की कार्य प्रणाली की बेहतर समक्ष के माध्यम से आने वाले 20 वर्षों से भी कम समय में मनुष्य को अमर बनाया जा सकता है। दशकों...

2029 तक मनुष्य होगा अमर!
एजेंसीThu, 24 Sep 2009 03:46 PM
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भविष्यवादी अमेरिकी वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि नैनो प्रौद्योगिकी और शरीर की कार्य प्रणाली की बेहतर समक्ष के माध्यम से आने वाले 20 वर्षों से भी कम समय में मनुष्य को अमर बनाया जा सकता है।

दशकों पहले से आने वाले समय की प्रौद्योगिकी की भविष्यवाणी करने के लिए विख्यात रे कुजर्विल ने `द सन' में लिखा है कि मेरा और कई अन्य वैज्ञानिकों का अब मानना है कि करीब 20 वर्षों में हमारे पास ऐसे उपाय होंगे, जिससे शरीर पाषाण काल पुराने सॉफ्टवेयर को रिप्रोग्राम कर सकेंगे तब हम बुढ़ापे पर विराम लगा सकेंगे या जवानी को लौटा सकेंगे। तब नैनो प्रौद्योगिकी हमें अमरता प्रदान कर देगी।

कुजर्विल ने माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स को पृथ्वी का सबसे स्मार्ट भविष्यवादी बताकर सराहना की। हम मानव इतिहास के उत्कृष्ट काल में जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर प्रौद्योगिकी और जीनों के बारे में हमारी समक्ष अविश्वसनीय दर से बढ़ी है। ये जीन शरीर के सॉफ्टवेयर प्रोग्राम हैं ।

वैज्ञानिक ने कहा कि पहले ही रक्त कोशिकाओं के आकार की पनडुब्बियां जिन्हें नैनोबोटस कहते हैं, उनका परीक्षण जंतुओं पर किया जा रहा है। ये जल्द ही रसौलियों को नष्ट कर देंगी, अवरुद्ध थक्कों को दूर करेंगी और बिना किसी चीर फाड़ के ऑपरेशन संभव होंगे।

कुजर्विल ने कहा कि वस्तुत: नैनोबोट्स रक्त कोशिकाओं का स्थान ले लेंगी और वे हजार गुणा अधिक कुशलता से कार्य करने में सक्षम होंगी। लॉ ऑफ एक्सलरेटिंग रिटर्न के अनुसार आने वाले 25 वर्षों में उसी खर्च पर मनुष्य की तकनीकी क्षमता में अरब गुणा बढ़ोतरी संभव होगी। उन्होंने कहा कि नैनो प्रौद्योगिकी मनुष्यों को अमरता हासिल करने में मदद करेगी।

कुजर्विल ने कहा कि अगली सदी के मध्य तक हमारे शरीर और मस्तिष्क में सूचनाओं की बैकअप कॉपी बनाना संभव होगा। तब हम वास्तव में अमर हो जायेंगे। नैनो प्रौद्योगिकी से हमारी बौद्धिक क्षमताओं में इस हद तक बढ़ोतरी संभव होगी कि हम मिनटों में एक किताब लिखने में सक्षम होंगे ।

उन्होंने कहा कि यदि हम वर्चुअल रिएलिटी रूप में जाना चाहेंगे तो नैनोबोट्स दिमाग के संकेतों को बंद कर देंगे और वे हमे वहां ले जायेंगे जहां कहीं हम जाना चाहेंगे। वर्चुअल सेक्स आम हो जाएगा। जो कुछ भी हो रहा है उसे समझाने के लिए मस्तिष्क में होलोग्राम जैसी विशेषताएं आएंगी। वैज्ञानिक ने भविष्यवाणी की कि मनुष्य का भविष्य का जीवन साइबोर्ग हो जाएगा, जिसमें उसके कृत्रिम हाथ और पैर होंगे।

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