चीनी घुसपैठ में बढ़ोतरी नहीं: सेना प्रमुख
सेना प्रमुख जनरल दीपक कपूर ने चीन की ओर से घुसपैठ अथवा अतिक्रमण की घटनाओं में वृद्धि से इनकार करते हुए शनिवार को कहा कि इस मुद्दे पर चिंतित होने की जरूरत नहीं है। जनरल कपूर ने अधिकरी प्रशिक्षण...
सेना प्रमुख जनरल दीपक कपूर ने चीन की ओर से घुसपैठ अथवा अतिक्रमण की घटनाओं में वृद्धि से इनकार करते हुए शनिवार को कहा कि इस मुद्दे पर चिंतित होने की जरूरत नहीं है।
जनरल कपूर ने अधिकरी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) की पासिंग आउट परेड का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से कहा कि चीन की ओर से घुसपैठ जैसी कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी शुक्रवार को कहा था कि चीन की ओर से घुसपैठ अथवा अतिक्रमण की घटनाएं पिछले साल की अपेक्षा इस साल बढ़ी नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि चीन की तरफ से घुसपैठ या अतिक्रमण की खबरों पर चिंता करने या घबराने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन मीडिया को इस मामले को बढ़ा-चढ़ाकर पेश नहीं करना चाहिए। हांलाकि उन्होंने माना कि पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की खबरें सही हैं। उन्होंने कहा कि सर्दियां शुरू होने से पहले घुसपैठ की कोशिश हुई है, लेकिन सीमा पर जवानों को तैनात किया गया है और वे किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार हैं।
जनरल कपूर ने कहा कि जहां तक पाकिस्तान का संबंध है तो उसने युद्धविराम का उल्लंघन किया है, जिस पर हमने उचित जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि यदि युद्धविराम का उल्लंघन या सीमा का अतिक्रमण होता है तो उसे सुलझाने के तरीके मौजूद हैं। ऐसे किसी भी मामले को हॉटलाइन के जरिए या दोनों देशों की सीमा सुरक्षा बैठक में सुलझाने का प्रयास किया जाता है। यदि तब भी उल्लंघन जारी रहता है तो कूटनीतिक स्तर पर इस मुद्दे को उठाते हैं।
इससे पहले जनरल कपूर ने तिरुपति में नेशनल केडेट कोर (एनसीसी) के गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया और केडेटों का आह्वान किया कि वे देश को मजबूत बनाने में योगदान दें।
पाकिस्तान द्वारा युद्धविराम का उल्लंघन करने के बारे में कपूर ने कहा कि ऐसी कुछ घटनाएं हुई हैं, लेकिन भारतीय सैनिकों ने उनका माकूल जवाब दिया है। उन्होंने कहा संघर्षविराम के ऐसे उल्लंघन को रोकने के लिये हॉटलाइन से लैस एक प्रणाली तैयार की गई है।
अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी में पासिंग आउट परेड का निरीक्षण करने आए कपूर ने कहा सीमा सुरक्षा कर्मियों की बैठकों की एक प्रणाली तैयार की गई है, जिसमें ज्यादातर मुद्दे हल किये जाते हैं। जब वहां असफलता मिलती है तो मुद्दों को कूटनीतिक स्तर पर लगाया जाता है।
इससे पहले, अधिकारी बने कैडेट के समूह को सम्बोधित करते हुए सेना प्रमुख ने उनसे वैश्विक नजरिया, अंतरराष्ट्रीय मामलों और सुरक्षा सम्बन्धी बदलावों की गहरी समक्ष विकसित करने का आग्रह किया और कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में और ज्यादा बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है।
उन्होंने मौजूदा हालात को अप्रत्याशित जटिलता, अस्पष्टता, गति तथा सांगठनिक बदलाव करार दिया और नए तथा व्यावहारिक हल निकालने के लिये इन जटिलताओं को पूरी तरह समझने को कहा। कुछ अफगान सैनिकों समेत कुल 187 पुरुषों तथा महिलाओं ने पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया।