तेल कंपनियों को होगा 45,000 करोड़ रुपये का घाटा
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों इंडियन आयल कारपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम (बीपीसीएल) तथा हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपीसीएल) को चालू वित्त वर्ष में लागत से कम मूल्य पर वाहन और कुकिंग ईंधन की...
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों इंडियन आयल कारपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम (बीपीसीएल) तथा हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपीसीएल) को चालू वित्त वर्ष में लागत से कम मूल्य पर वाहन और कुकिंग ईंधन की बिक्री पर 45,000 करोड़ रुपये का घाटा होने का अनुमान है। इसमें से दो—तिहाई घाटे की भरपाई सरकार द्वारा बांड जारी कर की जाएगी।
पेट्रोलियम सचिव आर एस पांडेय ने कहा कि केवल केरोसिन की बिक्री पर अंडर रिकवरी (राजस्व नुकसान) 17,000 करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। घरेलू एलपीजी पर तेल कंपनियों को 12,000 से 13,000 करोड़ रुपये का घाटा होने का अनुमान है, जबकि पेट्रोल और डीजल की बिक्री पर 15,000 करोड़ से 16,000 करोड़ रुपये का घाटा होगा।
उन्होंने बताया कि आईओसी, एचपीसीएल तथा बीपीसीएल को इस समय पेट्रोल की बिक्री पर प्रति लीटर 4.69 रुपये का घाटा हो रहा है, जबकि डीजल की प्रति लीटर की बिक्री पर 3.09 रुपये का नुकसान इन कंपनियों को उठाना पड़ रहा है। एलपीजी पर प्रति सिलेंडर 14.2 किलोग्राम: 158.55 रुपये तथा केरोसिन पर प्रति लीटर 17. 15 रुपये का घाटा हो रहा है।
इस तरह तीनों कंपनियों को रोजना 170 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।