सीबीआई के सामने पेश होने को तैयार बूटा सिंह
अपने पुत्र के रिश्वत लेने से जुड़े मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के अध्यक्ष बूटा सिंह ने सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय से कहा कि वह सीबीआई के समक्ष उपस्थित होने को तैयार हैं।...
अपने पुत्र के रिश्वत लेने से जुड़े मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के अध्यक्ष बूटा सिंह ने सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय से कहा कि वह सीबीआई के समक्ष उपस्थित होने को तैयार हैं। इससे पहले उन्होंने जांच एजेंसी को उनसे पूछताछ की अनुमति देने से इंकार कर दिया था।
सिंह ने इससे पहले यह कहते हुए सीबीआई को पूछताछ की अनुमति देने से मना कर दिया था कि उसके पास केंद्र की अनुमति के बिना दीवानी अदालत के समान शक्ति रखने वाले संवैधानिक पदाधिकारी से पूछताछ का अधिकार नहीं है, लेकिन वह तब सहमत हो गए जब जांच एजेंसी ने कहा कि उनकी जरूरत एक गवाह के तौर पर है, न कि रिश्वतखोरी के मामले में आरोपी की।
सिंह ने कहा कि वह 10 सितंबर को सुबह 11 बजे अपने दफ्तर में सीबीआई को उपलब्ध होंगे और जांच एजेंसी के अधिकारी आकर उनसे पूछताछ कर सकते हैं। न्यायमूर्ति गीता मित्तल ने सिंह के वकील द्वारा दिए गए बयान को रिकार्ड करने के बाद मामले का निस्तारण कर दिया और जांच एजेंसी से कहा कि वह उनकी ओर से दी गई तारीख पर उनसे पूछताछ करे।
बूटा सिंह के पुत्र को 31 जुलाई को सीबीआई ने कथित तौर एक करोड़ रुपये की रिश्वत की मांग करने पर गिरफ्तार कर लिया था। वह नासिक स्थित ठेकेदार से अपने पिता की अध्यक्षता वाले आयोग के समक्ष लंबित अत्याचार के मामले को बंद कराने के एवज में रिश्वत मांग रहा था। उच्च न्यायालय ने गत 26 अगस्त को सिंह द्वारा दायर याचिका पर सीबीआई से जवाब मांगा था। उन्होंने जांच एजेंसी पर अवैध तरीके से उन्हें सम्मन करने का आरोप लगाया था।
गत 25 अगस्त को उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने वाले सिंह ने यह भी दावा किया था कि वह कैबिनेट रैंक के पद पर हैं और सीबीआई केंद्र से अनुमति के बिना उनसे पूछताछ नहीं कर सकती।